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केजरीवाल की लड़ाई में कूदीं पत्नी, LG से पूछा क्या हम महिलाओं से भी आपको खतरा?

सुनीता ने ट्वीट करते हुए लिखा कि एलजी महोदय, क्या हम चार महिलाएं आपकी सुरक्षा के लिए किसी भी तरह से खतरा हैं?

अरविंद केजरीवाल की मां, पत्नी सुनीता केजरीवाल, मनीष सिसोदिया और सतेंद्र जैन की पत्नी अरविंद केजरीवाल की मां, पत्नी सुनीता केजरीवाल, मनीष सिसोदिया और सतेंद्र जैन की पत्नी
राहुल विश्वकर्मा/पंकज जैन
  • नई दिल्ली,
  • 14 जून 2018,
  • अपडेटेड 9:55 PM IST

पिछले चार दिनों से उपराज्यपाल के घर में धरने पर बैठे दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की लड़ाई में अब उनकी पत्नी सुनीता केजरीवाल भी कूद पड़ी हैं. गुरुवार शाम सुनीता केजरीवाल अपनी सास, उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन की पत्नी के साथ उप राज्यपाल के घर की ओर जा रही थीं. वहां उन्हें सुरक्षाकर्मियों ने रोक लिया.

इसके बाद सुनीता ने ट्वीट करते हुए लिखा कि एलजी महोदय, क्या हम चार महिलाएं आपकी सुरक्षा के लिए किसी भी तरह से खतरा हैं? आप हमें अपने घर की ओर आने वाली सड़क में जाने से क्यों रोक रहे हैं? कृपया हस्तक्षेप करें. कृपया हर किसी को धमकी देने वाला न समझें. इससे पहले अरविंद केजरीवाल ने आरोप लगाया था कि उनका भाई पुणे से मिलने आया, लेकिन मिलने नहीं दिया गया.

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मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल समेत तीन मंत्री उप राज्यपाल अनिल बैजल के खिलाफ उनके निवास पर पिछले चार दिन से धरना दे रहे हैं. वहीं विपक्षी पार्टी बीजेपी सीएम के खिलाफ उनके घर पर धरना दे रही है.

आमरण अनशन पर बैठे मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन का गुरुवार सुबह रुटीन चेकअप हुआ. चेकअप में पता चला है कि सत्येंद्र जैन की तबीयत ठीक नहीं है.

कैसी है तबीयत?

सत्येंद्र जैन -

पल्स - 64, बीपी - 110/70, सुगर - 47, यूरिन किटोन - 2+

मनीष सिसोदिया -

पल्स - 72, बीपी - 140/80, सुगर - 59, वजन - 88.5 Kg

केजरीवाल के धरने के विरोध में बीजेपी के नेता बुधवार को मुख्यमंत्री आवास में धरने पर बैठे. दिल्ली बीजेपी नेता मनजिंदर सिरसा ने फोटो ट्वीट करते हुए लिखा कि केजरीवाल को नौटंकी बंद करनी चाहिए और काम पर वापस आना चाहिए. इस धरने में आप के बागी नेता कपिल मिश्रा भी शामिल रहे.

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ये हैं AAP की 3 मांगें

- एलजी खुद IAS अधिकारियों की गैरकानूनी हड़ताल तुरंत खत्म कराएं, क्योंकि वो सर्विस विभाग के मुखिया हैं.

- काम रोकने वाले IAS अधिकारियों के खिलाफ सख्त एक्शन लें.

- राशन की डोर-स्टेप-डिलीवरी की योजना को मंजूर करें.

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