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Delhi Election: दिल्ली चुनाव का अंतिम हफ्ता-अंतिम वार, मोदी-गांधी परिवार-मायावती करेंगे प्रचार

दिल्ली विधानसभा चुनाव प्रचार का शोर गुरुवार को थम जाएगा. ऐसे में दिल्ली चुनाव प्रचार के इस आखिरी सप्ताह में राजनीतिक दलों के तमाम दिग्गजों की रैली हैं. बीजेपी की ओर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अगले दो दिनों में दो रैलियां कर रहे हैं तो गांधी परिवार भी कांग्रेस के चुनाव प्रचार को धार देने के लिए पांच रैलियों को संबोधित करेगा. वहीं, बसपा मायावती भी अपने प्रत्याशियों की जिताने के लिए आज से उतर रही हैं.

Delhi election 2020: पीएम नरेंद्र मोदी और राहुल गांधी Delhi election 2020: पीएम नरेंद्र मोदी और राहुल गांधी
कुबूल अहमद
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  • 03 फरवरी 2020,
  • अपडेटेड 11:20 AM IST

  • दिल्ली चुनाव प्रचार में आज से उतर रहे हैं तमाम दिग्गज
  • सोनिया गांधी की एक और राहुल-प्रियंका की चार रैलियां
  • बसपा प्रमुख मायावती की आज दिल्ली में तीन रैलियां

दिल्ली विधानसभा चुनाव (Delhi Assembly election 2020) में प्रचार का अंतिम सप्ताह बचा है, जिसमें सियासी दलों ने अपनी ताकत झोंक दी है. चुनाव प्रचार खत्म होने में 96 घंटे से कम वक्त बाकी है और अब जाकर राजनीतिक दलों ने अपने दिग्गजों को चुनाव प्रचार अभियान में उतारकर माहौल बनाने की रणनीति अपनाई है. बीजेपी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली के जरिए कमल खिलाना चाहती है तो कांग्रेस 'गांधी परिवार' को उतारकर चुनावी लय को अपनी ओर मोड़ना चाहती है. बसपा प्रमुख मायावती भी दिल्ली चुनाव प्रचार को धार देने उतर रही हैं.

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दिल्ली चुनाव के अंतिम दौर में बदली सियासी परिस्थितियों में सभी राजनीतिक दल अपनी-अपनी रणनीति में बदलाव पर मजबूर हुए हैं. आम आदमी पार्टी का चेहरा अरविंद केजरीवाल पांच साल का काम गिना रहे हैं और काम करने देने का आरोप लगाते हुए विक्टिम कार्ड भी खेल रह हैं तो बीजेपी ने पहले की तुलना में ज्यादा आक्रामक तेवर अपना लिए हैं. वहीं, अब तक दिल्ली के सियासी संग्राम में शांत नजर आ रही कांग्रेस ने भी अचानक तेवर दिखाने शुरू किए हैं. इससे साफ जाहिर है कि दिल्ली चुनाव के अंतिम सप्ताह में राजनीतिक दल अपने-अपने अंतिम वार को आजमाना चाहती है.

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बीजेपी दिल्ली में अपने 21 साल के सत्ता के वनवास को खत्म करने के लिए हर संभव कोशिश में जुटी है. देश भर की भगवा ब्रिगेड ने दिल्ली में डेरा जमा रखा है और घर-घर जाकर कमल खिलाने की गुहार लगा रहे हैं. इस कड़ी में अब बीजेपी की तरफ से सबसे बड़ा चेहरा यानी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दिल्ली चुनाव प्रचार में उतर रहे हैं.

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सोमवार (3 जनवरी) को मोदी पूर्वी दिल्ली के सीबीडी ग्राउंड कड़कड़डूमा और मंगलवार को द्वारका सेक्टर-14 में चुनावी जनसभा को संबोधित करेंगे. पीएम मोदी की चुनावी जनसभा के लिए ऐसा रोडमैप तैयार किया गया है, जिसके जरिए दो संसदीय क्षेत्र की 20-20 विधानसभा सीटों को साधा जा सके. बीजेपी का बाहरी दिल्ली के वोटर और पूर्वांचली मतदाताओं पर खास फोकस है.

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दिल्ली विधानसभा चुनाव के आखिरी सप्ताह में कांग्रेस ने भी अपनी ताकत झोंकने की रणनीति अपनाई है. कांग्रेस की ओर से गांधी परिवार के लिए अगले दो दिनों में पांच रैलियां करने का प्लान बनाया गया है. कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी बुधवार को शास्त्री पार्क में रैली कर उत्तर पूर्वी दिल्ली की विधानसभा सीटों के समीकरण को साधेंगी तो राहुल गांधी और प्रियंका गांधी की चार संयुक्त रैलियां दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में होंगी.

राहुल और प्रियंका मंगलवार (4 जनवरी) को जंगपुरा और संगम विहार में रैली को संबोधित करेंगे तो बुधवार को पुरानी दिल्ली के हौस काजी और पूर्वी दिल्ली के कोंडली में जनसभा को संबोधित कर पार्टी के पक्ष में माहौल बनाने की कोशिश करेंगे. कांग्रेस ने 'गांधी परिवार' की रैलियों के जरिए दलित, अल्पसंख्यक और पूर्वांचली मतदाताओं को साधने की रणनीति बनाई है.

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दिल्ली के चुनाव प्रचार में मायावती की एंट्री

वहीं, बसपा प्रमुख मायावती भी अपनी पार्टी के चुनाव प्रचार को धार देने के लिए उतर रही हैं. दिल्ली के ताल कटोरा स्टेडियम में मायावती सोमवार (3 जनवरी) को पहली रैली संबोधित करेंगे. इसके अलावा दो रैलियां और भी होनी हैं. इस बार के दिल्ली चुनाव में बसपा ने 68 विधानसभा सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं, जिन्हें जिताने के लिए उन्होंने प्रचार की कमान संभाल ली है. बता दें कि 2003 के चुनाव में कांग्रेस और बीजेपी के बाद बसपा दिल्ली विधानसभा चुनाव में तीसरी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी.

दिल्ली की सभी 70 विधानसभा सीटों पर 8 फरवरी को मतदान होगा, जिनके नतीजे 11 फरवरी को आएंगे. यहां मुख्य रूप से मुकाबला सत्ताधारी आम आदमी पार्टी, बीजेपी और कांग्रेस के बीच है.

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