
दिल्ली विधानसभा चुनाव पर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) अध्यक्ष अमित शाह ने पार्टी मुख्यालय में रविवार देर रात तक बैठक की. यह बैठक दो घंटे से ज्यादा देर तक चली. इसमें दिल्ली चुनाव की रणनीति पर विस्तृत चर्चा की गई. बीजेपी के मुख्यमंत्री, केंद्रीय मंत्री, सांसद और कुछ विधायक भी बैठक शामिल हुए. सूत्रों के अनुसार बैठक में बताया गया कि दिल्ली चुनाव में मुख्यमंत्रियों, सांसदों और मंत्रियों की ड्यूटी लगेगी. इन सभी पार्टी नेताओं को नुक्कड़ सभा और समूह में और छोटी-छोटी मीटिंग के जरिए जनता तक पहुंचना है और जनसंपर्क अभियान को तेज करना है.
सूत्रों के मुताबिक, पूर्वांचली बहुल इलाकों या सीटों पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, हिमाचली और उत्तराखंडी बहुल इलाकों में इन दोनों राज्यों के मुख्यमंत्री और उन राज्यों के नामी चेहरों या मंत्रियों की छोटी-छोटी सभाएं होंगी और जनसंपर्क कार्यक्रम चलाया जाएगा. इसी तरह बाहरी दिल्ली और हरियाणा से सटी सीटों पर हरियाणा के मुख्यमंत्री और हरियाणा के मंत्रियों की सभाएं होगी. नॉर्थ ईस्ट राज्यों की बहुलता वाले वोटरों के इलाकों में किरन रिजिजू और नॉर्थ ईस्ट के मुख्यमंत्री सभा और जनसंपर्क करेंगे.
दिल्ली की सभी 70 विधानसभा सीटों की जिम्मेदारी एक-एक सांसद (मंत्री भी हो सकते हैं) को दी जाएगी. इसके अलावा दिल्ली की सातों लोकसभा सीटों की जिम्मेदारी भी सात नेताओं/मंत्रियों को दी जाएगी. जिनको लोकसभा क्षेत्र की जिम्मेदारी दी जाएगी उनमें अनुराग ठाकुर, गजेंद्र सिंह शेखावत, मनोज सिन्हा का नाम शामिल है. विधानसभा के प्रभारी सांसद/मंत्री और लोकसभा के प्रभारी सांसद/मंत्री आपस में समन्वय से काम करेंगे, रणनीति बनाएंगे और कैंपेन की रणनीति तय करेंगे. सूत्रों के अनुसार विधानसभा और लोकसभा प्रभारियों की सूची अगले दो दिन में जारी की जाएगी.