
दिल्ली विधानसभा चुनाव में नामांकन प्रक्रिया मंगलवार से शुरू हो गई है. आम आदमी पार्टी ने सभी 70 सीटों पर अपने उम्मीदवारों के नाम का ऐलान मंगलावर की शाम को ही कर दिया है. दिल्ली कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने कैंडिडेट के नामों को लेकर पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की है. कांग्रेस दिल्ली में अपने प्रत्याशियों की पहली लिस्ट अगले दो दिन में जारी कर सकती है.
राजकुमार चौहान ने सोनिया गांधी से की मुलाकात
कांग्रेस ने दिल्ली की सियासी जंग फतह करने के लिए मजबूत प्रत्याशी उतारने का मन बनाया है. ऐसे में लोकसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल होने वाले पूर्व मंत्री राजकुमार चौहान घर वापसी कर सकते हैं. राजकुमार चौहान ने दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष सुभाष चोपड़ा के साथ सोनिया गांधी से आधे घंटे मुलाकात की है. इसके बाद दोनों नेता एक साथ एक ही कार में सोनिया के घर से बाहर भी निकले.
इसके बाद तय माना जा रहा कि राजकुमार चौहान कांग्रेस में शामिल होकर मंगोलपुरी सीट से एक बार फिर चुनावी ताल ठोक सकते हैं. चौहान चार बार विधायक रहे हैं और शीला सरकार में मंत्री भी रह चुके हैं. 2013 के विधानसभा चुनाव में उन्हें हार का मुंह देखना पड़ा था और 2015 में भी वो जीत नहीं सके. इसके बाद उन्होंने बीजेपी का दामन थाम लिया था.
कांग्रेस दिग्गज नेताओं को लड़ाना चाहती है चुनाव
बता दें कि कांग्रेस का शीर्ष नेतृत्व पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को दिल्ली विधानसभा चुनाव में उतारना चाहता है, लेकिन पार्टी के ये नेता चुनाव लड़ने पर राजी नहीं हैं. यही वजह है कि कांग्रेस उम्मीदवारों की लिस्ट जारी में देरी हो रही है. कांग्रेस दिल्ली में प्रत्याशियों के चयन को लेकर मंथन में जुटी है और माना जा रहा है कि पार्टी 16 की रात या फिर 17 फरवरी को अपने कैंडिडेट के नामों का ऐलान कर सकती है.
सोनिया गांधी ने सोमवार को 10 जनपथ स्थित निवास पर प्रदेश कांग्रेस के कुछ वरिष्ठ नेताओं की बैठक की थी. इसमें पूर्व केंद्रीय मंत्री अजय माकन, पूर्व सांसद जयप्रकाश अग्रवाल, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरविंदर सिंह लवली, पूर्व प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष राजेश लिलोठिया और पूर्व संसदीय सचिव नसीब सिंह उपस्थित रहे. सोनिया ने इस बैठक में इन सभी से दिल्ली के चुनाव पर विस्तार से चर्चा की और पूरी मजबूती एवं एकजुटता से मौजूदा चुनाव लड़ने के लिए कहा था.
कांग्रेस के कई नेताओं के पार्टी छोड़ने के बाद टिकट के निर्धारण को लेकर माथापच्ची बढ़ गई है. कांग्रेस पार्टी नहीं चाहती कि टिकटों के ऐलान के बाद भी कुछ और लोग पाला बदल लें. सोनिया गांधी की बैठक और निर्देश के बाद भी कुछ सीटों पर समीकरण बदल सकते हैं. संभावना है कि अगले दो दिन में पार्टी सभी 70 उम्मीदवारों के नाम घोषित कर देगी.