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दिल्ली विधानसभा का तीसरा दिन भी रहा हंगामेदार, कपिल ने काली पट्टी बांधकर किया विरोध

दिल्ली विधानसभा के तीसरे दिन भी कपिल मिश्रा ने सदन में जमकर हंगामा किया. आम आदमी पार्टी से सुशील गुप्ता को राज्यसभा भेजे जाने के खिलाफ कपिल ने मुंह पर काली पट्टी बांधकर विरोध किया और विधानसभा के भीतर बैनर भी लहराया. हालांकि कुछ ही देर में स्पीकर ने मार्शल द्वारा कपिल को सदन से बाहर भेज दिया.

कपिल मिश्रा कपिल मिश्रा
वंदना भारती/पंकज जैन
  • नई दिल्ली,
  • 17 जनवरी 2018,
  • अपडेटेड 6:24 PM IST

दिल्ली विधानसभा के तीसरे दिन भी कपिल मिश्रा ने सदन में जमकर हंगामा किया. आम आदमी पार्टी से सुशील गुप्ता को राज्यसभा भेजे जाने के खिलाफ कपिल ने मुंह पर काली पट्टी बांधकर विरोध किया और विधानसभा के भीतर बैनर भी लहराया. हालांकि कुछ ही देर में स्पीकर ने मार्शल द्वारा कपिल को सदन से बाहर भेज दिया.

सदन से बाहर आकर कपिल मिश्रा ने कहा कि हिंदुस्तान के इतिहास मे पहली बार है जब एक भी शब्द न बोलने पर मुझे बाहर कर दिया जाता है. मैंने कल भी राज्यसभा और सुशील गुप्ता के मुद्दे पर काम रोको प्रस्ताव दिया था, लेकिन मेरे प्रस्ताव को सूची में डाला ही नहीं जा रहा है. सदन में उन्हीं मुद्दों पर चर्चा होती है, जो अरविंद केजरीवाल चाहते हैं.

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सत्र की शुरुआत करीब 2 बजे हुई, लेकिन 3 बजे तक सदन में एक भी मुद्दे पर सही तरीके से चर्चा नहीं हो पाई. कपिल मिश्रा के बाद बीजेपी विधायकों ने दिल्ली में बेघरों की मौत पर स्पीकर के सामने खड़े होकर विरोध किया और चर्चा की मांग की. बीजेपी के विधायक ठंड के मौसम में रैन बसेरों के इंतजाम और बेघरों की मौत पर मंत्री से जवाब चाहते थे.

हालांकि, मंत्री सत्येंद्र जैन ने दिल्ली शहरी आश्रय सुधार बोर्ड(DUSIB) द्वारा एम्स अस्पताल के सामने बेघरों के लिए किए गए इंतजाम की जानकारी दी. जैन ने आरोप लगाते हुए कहा कि बेघरों को बांटे जा रहे कम्बल का बीजेपी धंधा कर रही है और बीजेपी के खिलाफ एक्शन लेना चाहिए. हैरानी की बात ये है कि दिल्ली विधानसभा में सत्र के दौरान सत्ता पक्ष और विपक्ष ने मुद्दों की बजाय हंगामा करने में ज्यादा दिलचस्पी दिखाई.

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