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गले लगाकर दुनिया को अलविदा कह गईं साथ-साथ मजदूरी करने वाली दो महिलाएं

धीरे-धीरे आसमान छूती आग की लपटें शांत पड़ने लगीं. करीब करीब तीन घंटों की मशक्कत के बाद रात 9.20 बजे मौत की चिंगारियों को बुझा दिया गया.

फैक्ट्री के अंदर दोनों महिलाओं के शव फैक्ट्री के अंदर दोनों महिलाओं के शव
जावेद अख़्तर
  • नई दिल्ली,
  • 21 जनवरी 2018,
  • अपडेटेड 9:16 AM IST

सूरज डूबने के साथ शनिवार की शाम उन 17 गरीब मजदूरों की जिंदगी का चिराग भी अस्त हो गया, जो हर दिन रोजी-रोटी के लिए बवाना की पटाखा फैक्ट्री आते थे. कई महिलाएं भी अपने बच्चों का पालन-पोषण करने के लिए बारूद की इस फैक्ट्री में काम करने आती थीं, लेकिन 20 जनवरी की शाम वो अपने बच्चों के पास घर नहीं लौट पाईं.

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शाम करीब 6.20 बजे पटाखा फैक्ट्री की दो मंजिला इमारत के बेसमेंट में आग की जो चिंगारी फैली, उसने चंद मिनटों में पूरी इमारत को अपनी जद में ले लिया. देखते ही देखते हर तरफ से चीख-पुकार की आवाज आने लगीं. फैक्ट्री के अंदर मौजूद मजदूर जान बचाने के लिए इधर-उधर भागने लगे. इमारत में कोहराम मच गया.

दूसरी तरफ दमकल कर्मियों को बुलाने की कोशिशें होती रहीं. दमकल की 10 गाड़ियां मौके पर पहुंची तो आग बुझाने का काम शुरू हुआ. लेकिन इससे पहले ही आग से उठे धुएं के गुबार दोनों मंजिलों के जर्रे-जर्रे पर छा गए. अंदर मौजूद मजदूरों का दम घुटने लगा. जिंदगी देने वाली कई मां सांस के लिए तड़पने लगीं.

इस बीच दमकलकर्मी आग बुझाने की पुरजोर कोशिश करते रहे. धीरे-धीरे आसमान छूती आग की लपटें शांत पड़ने लगीं. करीब तीन घंटों की मशक्कत के बाद रात 9.20 बजे मौत की चिंगारियों को बुझा दिया गया.

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इसके बाद जब बचाव टीम इमारत के अंदर गईं तो दर्दनाक तस्वीरें सामने आईं. एक तस्वीर दो महिलाओं की हैं, जिनके कपड़े जलकर छलनी हो चुके हैं. पूरा शरीर काला पड़ चुका है. दोनों मौत की शैय्या पर हैं, लेकिन लगता है मानो उन्होंने एक दूसरे से लिपटकर जान बचाने की हर मुमकिन कोशिश की होगी. वो हर तरफ दौड़ी होंगी. चीखी होंगी. एक दूसरे को देखकर आंखों में आंसू भी आए होंगे. आखिरकार जब वो जिंदगी की लड़ाई में थक चुकी होंगी तो एक दूसरे को गले लगाकर किसी आखिरी उम्मीद में भगवान का नाम लेकर रह गई होंगी. उनकी कोई दुआ पूरी न हो सकी और साथ-साथ काम करने वाली दोनों महिलाएं एक दूसरे का हाथ पकड़े दुनिया को अलविदा कह गईं.

इस दर्दनाक हादसे में कुल 17 लोगों की मौत हुई हैं. जिनमें 8 महिलाएं हैं, जबकि एक महिला और एक पुरुष घायल हुए हैं, जिनका इलाज चल रहा है.

दमकल अधिकारियों ने बताया कि एक शव बेसमेंट से बरामद किया गया है, जबकि तीन भूतल से और 13 शव पहली मंजिल से मिले हैं. खुद को बचाने के लिए एक व्यक्ति दूसरी मंजिल से कूद गया और उसे फ्रैक्चर हुआ है.

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