
दिल्ली में विधानसभा उपचुनाव पर भले ही सवालिया निशान लगा है, लेकिन दिल्ली बीजेपी ने अभी से इसे लेकर तैयारियां शुरू कर दी हैं. रविवार को दिल्ली बीजेपी ने दिल्ली में संभावित विधानसभा उपचुनावों और आगामी लोकसभा चुनावों को ध्यान में रखते हुए पार्टी कार्यकर्ताओं को और अधिक मजबूत बनाने के लिए प्रशिक्षण शिविर आयोजित किया.
BJP का प्रशिक्षण शिविर
इस प्रशिक्षण शिविर में सभी 7 मोर्चों जैसे युवा मोर्चा, महिला मोर्चा, पूर्वांचल मोर्चा, ओबीसी मोर्चा, अनुसूचित जाति मोर्चा, अल्पसंख्यक मोर्चा, किसान मोर्चा के प्रदेश और जिला पदाधिकारियों के अतिरिक्त मंडल अध्यक्ष शामिल हुए. दिल्ली के अलग-अलग जगहों पर हुए इस प्रशिक्षण शिविरों में केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी, दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष मनोज तिवारी के अलावा संगठन महामंत्री सिद्धार्थन ने कार्यकर्ताओं को संबोधित किया. इस दौरान कार्यकर्ताओं को केंद्र सरकार की उपलब्धियों के बारे में जानकारी दी गई.
नकवी ने पढ़ाया एकता का पाठ
मुख्तार अब्बास नकवी ने इस दौरान कार्यकर्ताओं को एकता और भाईचारे का पाठ पढ़ाया और कहा कि सौहार्द और सहिष्णुता भारत की संस्कृति है. नकवी ने कार्यकर्ताओं को कहा कि किसी भी परिस्थिति में एकता एवं भाइचारे की भारतीय संस्कृति को कमजोर नहीं होने देना है.
पेश किया गया पीएम मोदी का उदाहरण
वहीं प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी ने कहा कि पार्टी संगठन में मोर्चों का विशेष महत्व है क्योंकि यह मोर्चें अपने कार्य क्षेत्र से जुड़ी समस्याओं को सीधा समझकर सुलझाते हैं और कार्यकर्ताओं के साथ मुख्य संगठन से समन्वय बनाकर पार्टी को मजबूत करते हैं. श्याम जाजू ने पीएम मोदी और अध्यक्ष अमित शाह का उदाहरण देते हुए कार्यकर्ताओं का उत्साह बढ़ाया और कहा कि बीजेपी एक संगठन आधारित पार्टी है और कोई भी कार्यकर्ता अपने कार्य कौशल के बल पर पार्टी के सर्वोच्च पदों तक पहुंच सकता है.
केंद्र सरकार की उपलब्धियां गिनाई गईं
इस मौके पर बोलते हुए विजय गोयल ने केंद्र सरकार की उपलब्धियों के बारे में कार्यकर्ताओं को बताते हुए कहा कि पीएम मोदी की सरकार ने सबका साथ-सबका विकास के संकल्प के साथ काम करना शुरू किया था और हाल ही पेश बजट का उदाहरण देते हुए कहा कि केंद्र सरकार वंचितों और पिछड़े वर्ग के लिए भी काम कर रही है.
उपचुनाव पर सवालिया निशान
आपको बता दें कि दिल्ली की सत्ता पर काबिज आम आदमी पार्टी के 20 विधायकों की सदस्यता जाने के बाद दिल्ली में विधानसभा उपचुनाव की सुगबुगाहट है. हालांकि मामला अभी कोर्ट में है और कोर्ट ने भी चुनाव आयोग को सुनवाई पूरी हो जाने तक उपचुनाव की तारीखों का ऐलान ना करने के निर्देश दिए हैं लेकिन बीजेपी ने इस प्रशिक्षण शिविर को आयोजित कर चुनाव से पहले कार्यकर्ताओं को चुनावी रण के लिए तैयार करने की कोशिश शुरू कर दी है.