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बीते 5 दिसंबर को दिल्ली के इंद्रलोक में कंपनी एग्जीक्यूटिव से रेप के आरोपी कैब ड्राइवर शिव कुमार यादव समेत कुछ लोगों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है. पुलिस हिरासत में लिए गए लोगों से पूछताछ कर रही है. इससे पहले पुलिस ने वारदात में इस्तेमाल की गई कार को उत्तर प्रदेश के मथुरा से बरामद किया था. हैरत की बात ये है कि वारदात में इस्तेमाल की गई उबर कैब की इस कार में ना तो जीपीएस लगा था और ना ही कैब ड्राइवर का पुलिस वेरिफिकेशन कराया था.
दिल्ली पुलिस के मुताबिक, आरोपी कैब ड्राइवर शिव कुमार यादव के पास कोई बैज भी नहीं था. इसके अलावा कैब कंपनी की कुछ और लापरवाहियां भी सामने आईं हैं. गौरतलब है कि 5 दिसंबर की रात पीड़ित लड़की ने दिल्ली के वसंत विहार से कैब को हायर किया था लेकिन घर पहुंचने से पहले ही उसे कार में नींद आ गई, इसी बात का फायदा उठाते हुए कैब ड्राइवर ने गाड़ी को सुनसान रास्ते की ओर मोड़ लिया और वहीं रेप की वारदात को अंजाम दिया.
उधर तमाम लापरवाही के बाद भी कैब कंपनी उबर ने सफाई दी है कि कंपनी सुरक्षा को पूरी प्राथमिकता दी है, ड्राइवर को सस्पेंड कर दिया गया है और पुलिस जांच में पूरी मदद की जा रही है. बहरहाल, इस वारदात ने दिल्ली पुलिस में पुलिस की मुस्तैदी और महिला सुरक्षा पर बड़ा सवाल तो छोड़ ही दिया है.
कैसे हुई ये वारदात:
तारीख- 05 दिसंबर 2014
वक्त- शाम 7 बजे
जगह- गुड़गांव
गुड़गांव की एक फाइनेंस कंपनी में काम करने वाली लड़की अपने दोस्तों के साथ गुड़गांव के एक पब में पार्टी करने के लिए जाती है. करीब एक घंटा उसी पब में बिताने के बाद लड़की गुड़गांव
से दोस्तों के साथ वसंत विहार के लिए निकल जाती है.
वक्त- रात के नौ बजे:
लड़की अपने दोस्तों के साथ वसंत विहार के एक पब में पहुंच जाती है. तब तक घड़ी में करीब पौने दस बजे का वक्त हो चुका था. उसे घर पहुंचने में ज्यादा देरी न हो और वो घर सुरक्षित
पुहंच जाए इसको ध्यान में रखकर वो एक मशहूर अमेरिकी कंपनी उबर की कैब बुक कराने का फैसला करती है.
वक्त- रात के दस बजे:
लड़की अपने मोबाइल फोन पर डाउनलोड सॉफ्टवेयर से उबर कंपनी की कैब बुक कराती है. उसे कैब कंपनी से जानकारी मिलती है कि उसकी कैब आधे घंटे में बताई जगह पर पहुंच जाएगी. कैब
बुक कराने के बाद वो अपने दोस्तों के साथ खाना खाती है.
वक्त- रात के साढ़े दस बजे:
लड़की के बताए पते पर कैब तय वक्त पर पहुंच जाती है और लड़की उस कैब में बैठकर उत्तर दिल्ली के इंद्रलोक स्थित अपने घर की ओर निकल जाती है. कुछ देर तक वो दिल्ली की सड़कों
को देखती रहती है लेकिन बढ़ते वक्त के साथ नींद उसे अपने आगोश में ले लेती है.
वक्त- रात के ग्यारह बजे:
थकान की वजह से जल्द ही लड़की गहरी नींद में सो जाती है उसे इस बात की खबर नहीं है कि जिस कैब में वो बैठी है वो वाकई में क्या उसे अपने घर की ओर ही ले जा रही है या नहीं.
गहरी नींद में सोई हुई लड़की की आंख अचानक खुलती है और वो देखती है कि कैब का ड्राइवर गाड़ी की पिछली सीट पर आ चुका था और उसके साथ छेड़खानी कर रहा था. घबराई हुई लड़की
जब मदद के लिए आसापास देखती है तो उसे वो जगह पूरी तरह सुनसान नजर आती है. वो मदद के लिए भी चिल्लाती है लेकिन ड्राइवर कैब को एक ऐसी जगह ले जाकर खड़ा कर देता है
जहां पर आसपास कोई भी मौजूद नहीं था.
लड़की के शोर मचाने पर ड्राइवर उसको मारने की धमकी देता है और उसके पेट में सरिया घुसाने की बात कहता है. ड्राइवर की इस धमकी से लड़की बुरी तरह से डर जाती है और ड्राइवर से खुद को नुकसान न पहुंचाने के लिए मिन्नत करती है. इसके बाद ड्राइवर लड़की के साथ बलात्कार करता है. रेप की वारदात को अंजाम देने के बाद ड्राइवर लड़की के फोन से अपने फोन नंबर पर मिस्ड कॉल भी करता है. वो लड़की को धमकी देता है कि उसका नंबर उसके पास आ चुका है और उसने अगर इस वारदात का जिक्र किसी से किया तो वो उसे जान से मार देगा.
लड़की को सुनसान जगह पर ले जाने और उसके साथ रेप करने की वारदात के दौरान लगभग डेढ़ घंटे का वक्त बीत जाता है. घड़ी की सुइंया 1 बजा रही थीं. वारदात को अंजाम देने के बाद ड्राइवर उस लड़की को इंद्रलोक में किसी जगह पर उतार देता है. लड़की जाती हुई कार की फोटो ले लेती है और कैब से उतरते ही लड़की अपने दोस्त को पूरी वारदात का मैसेज करती है लेकिन लड़की अपने दोस्त की जगह मैसेज ड्राइवर के नंबर पर ही भेज देती है. मैसेज पढ़ने के बाद ड्राइवर उस लड़की को फिर फोन कर जाने से मारने की धमकी देता है.
वक्त- रात के एक बजकर पच्चीस मिनट:
इसके बाद लड़की 100 नंबर पर कॉल कर अपने साथ हुई इस पूरी वारदात की इत्तिला देती है. कंट्रोल रुम में कॉल मिलते ही पीसीआर बताई जगह पर पहुंच जाती है और लड़की को सराए
रोहिल्ला थाने लेकर आ जाती है. लड़की का मेडिकल कराने के बाद वो एफआईआर दर्ज कर लेती है. इसके बाद पुलिस ड्राइवर की तलाश में छापेमारी करती है लेकिन तब तक ड्राइवर काफी दूर
जा चुका होता है.
एमएनसी में काम करने वाली लड़की से रेप की खबर के बाद पूरे पुलिस महकमें में हड़कंप मच जाता है. पुलिस लड़की से उस जगह के बारे में पूछती है जहां पर वारदात को अंजाम दिया गया था लेकिन वारदात के वक्त अंधेरा होने की वजह से लड़की उस जगह को नहीं पहचान पाई जहां वारदात हुई थी. अब पुलिस के पास सुराग के नाम पर केवल और केवल वो मोबाइल सॉफ्टवेयर था जिससे कैब बुक कराई गई थी.