
दिल्ली के मुख्य सचिव अंशु प्रकाश के साथ मारपीट का मामला पुलिस स्टेशन और कोर्ट के बाद अब प्रधानमंत्री कार्यालय तक पहुंच गया है. मंगलवार को आम आदमी पार्टी विधायकों के खिलाफ केस दर्ज कराने के बाद अंशु प्रकाश ने बुधवार को प्रधानमंत्री कार्यालय में मीटिंग की और अपना पक्ष रखा.
मुख्य सचिव अंशु प्रकाश की मेडिकल रिपोर्ट में मारपीट की बात सामने आई है. जिसके बाद वो मीटिंग के लिए पीएमओ पहुंचे. मीटिंग के बाद शाम करीब साढ़े बजे मुख्य सचिव पीएमओ से बाहर निकले.
एलजी ने गृह मंत्रालय को सौंपी रिपोर्ट
इस बीच उपराज्यपाल ने पूरे मामले की रिपोर्ट गृह मंत्रालय को सौंप दी है. गृह मंत्रालय ने बताया है कि उपराज्यपाल अनिल बैजल से मिली रिपोर्ट की जांच की जा रही है. गृह मंत्रालय के प्रवक्ता अशोक प्रसाद ने 'आजतक' को बताया है कि गृह मंत्रालय सरकारी अधिकारी से बदसलूकी वाले एंगल पर विचार कर रहा है.
मंगलवार को आईएएस एसोसिएशन ने की थी मुलाकात
इससे पहले मंगलवार को आईएएस और डानिक्स काडर के शीर्ष अधिकारियों के एक शिष्टमंडल ने इस संबंध में केन्द्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात की थी. एसोसिएशन ने आज राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात का वक्त मांगा है. दिल्ली आईएएस एसोसिएशन की सचिव मनीषा सक्सेना ने न्यूज एजेंसी भाषा को बताया, 'हमने मुख्यमंत्री निवास पर मुख्य सचिव पर हमले में शामिल लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करने के लिए राष्ट्रपति से मिलने का समय मांगा है. मनीषा ने कहा कि आईएएस और डानिक्स एसोसिएशनों ने मुद्दे पर चर्चा के लिए शाम में एक बैठक बुलाई है. उन्होंने कहा कि दिल्ली सचिवालय में सभी अधिकारी काम कर रहे हैं. दिल्ली सरकार के विभिन्न विभागों में 70 आईएएस अधिकारी और 400 डानिक्स अधिकारी काम करते हैं.