
दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने सोमवार को केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी से मुलाकात कर महिला सुरक्षा के मुद्दे को एक बार फिर उठाया है. स्वाति मालीवाल ने देश की राजधानी में महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराध को कम करने के लिए, 2 मुख्य मांगें केंद्रीय मंत्री के सामने रखीं.
उनकी पहली मांग थी दिल्ली में हाई लेवल कमिटी बनाई जाए. दूसरी मांग स्पेशल टास्क फोर्स को दोबारा सक्रिय करने को लेकर थी. दिल्ली महिला आयोग के सूत्रों के मुताबिक मेनका गांधी ने ये आश्वासन दिया है कि वो केंद्र सरकार से दोनों मामलों को लेकर बातचीत करेंगी. इसके अलावा केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी ने आयोग को कहा है कि उनकी कोशिश रहेगी की 'हाई लेवल कमिटी' में महिला एवं बाल विकास मंत्रालय को भी शामिल किया जाए.
केंद्र और राज्य सरकारों को साथ लेने की कवायद
आपको बता दें कि दिल्ली महिला आयोग ने महिलाओं की सुरक्षा के लिए जिस उच्च स्तरीय कमेटी के गठन की मांग की है, उसमें केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, उपराज्यपाल नजीब जंग, दिल्ली पुलिस के कमिश्नर और दिल्ली महिला आयोग को शामिल होना है. ताकि महिलाओं की सुरक्षा को लेकर केंद्र और राज्य सरकार साथ मिलकर काम कर सकें.
स्पेशल टास्क फोर्स की जरूरत
इसके अलावा 2012 में हुए निर्भया बलात्कार की घटना के समय केंद्रीय गृह सचिव के नेतृत्व में दिल्ली की महिलाओं की सुरक्षा के लिए बनाई गई स्पेशल टास्क फोर्स को खत्म कर दिया गया था. दिल्ली महिला आयोग चाहता है कि स्पेशल टास्क फोर्स को दोबारा सक्रिय किया जाना चाहिए. लेकिन दोनों ही मांगों पर अब तक कोई ठोस कदम आगे बढ़ते नजर नहीं आ रहे हैं.
दिल्ली में महिलाएं सुरक्षित नहीं
दिल्ली महिला आयोग का आरोप है कि वो केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह, उपराज्यपाल नजीब जंग से गुहार लगा कर थक चुका है. दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल का कहना है कि 'देश की राजधानी में महिलाओं की सुरक्षा खतरे में हैं. प्रतिदिन महिलाओं और लड़कियों के साथ रेप की घटनाएं हो रही हैं लेकिन इन्हें रोकने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाये जा रहे हैं. ऐसे में अगर जल्द कुछ नहीं किया गया तो दिल्ली में महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराध कम होने की बजाये बढ़ेंगे.'