
दिल्ली की एक अदालत ने अमेरिकी शोधार्थी के साथ हुए रेप में पीपली लाइव
फिल्म के सह निर्देशक महमूद फारूकी की अंतरिम जमानत मंजूर कर ली. अदालत ने यह
फैसला उनके पिता के बीमारी के आधार पर दिया. उनको अनुमति के बगैर राजधानी
छोड़कर नहीं जाने का निर्देश दिया गया है.
अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश संजीव जैन ने फारूकी को इस शर्त पर 15 दिन की अंतरिम जमानत पर रिहा किया कि वह अदालत की अनुमति के बगैर राजधानी छोड़कर नहीं जाएंगे. उन्होंने बुधवार को आवेदन दायर किया था. अदालत ने उसे मंजूर करते हुए एक लाख रुपये के निची मुचलके पर जमानत दी.
अंतरिम जमानत के अपने आवेदन में फारूकी ने कहा कि उन्हें अपने पिता के साथ होने की जरूरत है क्योंकि वह खूनी बवासीर से पीड़ित हैं. उन्हें सर्जरी की सलाह दी गई है. हालांकि अतिरिक्त लोक अभियोजक मोहम्मद इकरार ने उनकी याचिका का विरोध किया था.
फारूकी ने अपने आवेदन में कहा था कि शोधार्थी या किसी अन्य गवाह को कोई खतरा नहीं है. जब पिछली बार उन्हें चार दिन की जमानत दी गई थी, उस दौरान उन्होंने न तो जमानत का दुरुपयोग किया और ना ही गवाहों को प्रभावित करने का प्रयास किया था.