
नागरिकता संशोधन एक्ट (सीएए) के विरोध में शुक्रवार को दिल्ली गेट पर प्रदर्शन उग्र हो गया. देर शाम प्रदर्शनकारियों ने दरियागंज इलाके में खड़ी कार को आग लगा दी. पुलिस ने वाटर कैनन का इस्तेमाल किया और लाठियां भांजकर प्रदर्शनकारियों को खदेड़ा.
शुक्रवार को जामा मस्जिद के बाहर भारी भीड़ एकत्रित हो गई. लोग जंतर मंतर तक मार्च करना चाहते थे, लेकिन पुलिस- प्रशासन ने इसकी अनुमति नहीं दी. लोग जामा मस्जिद के सामने ही जमे रहे. शाम में प्रदर्शनकारियों की भीड़ उग्र हो गई और लोग उपद्रव पर उतर आए. प्रदर्शनकारियों ने एक वाहन को आग लगा दी. इस दौरान उपद्रवियों ने पुलिसकर्मियों पर पथराव भी किया.
इस घटना को लेकर पुलिस की ओर से कहा गया है कि नमाज के बाद जामा मस्जिम क्षेत्र में एकत्रित हुई भीड़ जंतर- मंतर की ओर बढ़ना चाह रही थी, जिसे मार्च करने से रोक दिया गया क्योंकि जंतर- मंतर पर 1000 लोगों तक की सभाओं की ही क्षमता है. प्रदर्शनकारी वहां से हट गए, लेकिन दिल्ली गेट पर एकत्रित हो गए. उन्हें वहां से हटाने का प्रयास किया गया और भीड़ के उकसाने के बावजूद पुलिसकर्मियों ने संयम बनाए रखा.
पुलिस के अनुसार शाम को कुछ उपद्रवियों ने बैरिकेड्स तोड़नी शुरू की और जंतर- मंतर मार्च करने के लिए पुलिस पर पथराव कर दिया. पुलिस ने उन्हें रोकने के लिए वाटर कैनन का इस्तेमाल किया और हल्का बल प्रयोग किया. इसी दौरान दरियागंज के सुभाष मार्ग पर खड़ी एक निजी कार को आग लगा दी. पुलिसकर्मियों ने आग बुझाने वाले यंत्र और पानी का उपयोग कर आग पर काबू पाया.
पथराव में कई पुलिसकर्मी घायल
पुलिस के अनुसार भीड़ की ओर से किए गए पथराव में वरिष्ठ अधिकारियों समेत कई पुलिसकर्मी घायल हुए हैं. इस घटना के बाद करीब 40 लोगों को हिरासत में लिया गया है. पुलिस ने हिंसा और आगजनी में शामिल पाए जाने वाले लोगों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की बात कही है. गौरतलब है कि सीलमपुर, शास्त्री पार्क, जामिया नगर और शाहीनबाग इलाके में भी बड़ी सभाएं हुईं. शांति- व्यवस्था बनाए रखने के लिए दिल्ली पुलिस के अलावा 58 कंपनी फोर्स तैनात की गई थी.
जामिया में पुलिस ने की अपील
जामिया इलाके में छात्र प्रदर्शनकारी लोगों से वापस घर जाने और अगले दिन प्रदर्शन के लिए आने की अपील करते नजर आए. छात्रों ने कहा कि प्रदर्शन के लिए अनुमति सिर्फ शाम 5 बजे तक के लिए दी गई थी. इससे पहले जामिया और सीलमपुर के उग्र प्रदर्शन को देखते हुए प्रशासन ने कड़े इंतजामात किए थे, लेकिन पूरे दिन शांति बने रहने के बाद शाम होते-होते प्रदर्शन हिंसक हो गया. बता दें कि सुबह कई मेट्रो स्टेशन बंद कर दिए गए थे. चंद रोज पहले ही जामिया इलाके में प्रदर्शनकारियों ने कई वाहनों को आग लगा दी थी, वहीं सीलमपुर में भी भीड़ ने पुलिस पर पथराव किया था.