
दिल्ली के दयाल सिंह कॉलेज (मॉर्निंग) के छात्रों ने सोमवार को कैंपस में जमकर विरोध प्रदर्शन किया. शुरुआत में लोगों को ये लग रहा था कि छात्रों का ये प्रदर्शन इवनिंग कॉलेज के नए नाम 'वंदे मातरम' महाविद्यालय को लेकर है, लेकिन प्रदर्शन कर रहे छात्रों ने ये स्पष्ट कहा कि हमें इवनिंग कॉलेज के नए नाम को लेकर कोई आपत्ति नहीं है.
मॉर्निंग कॉलेज की छात्रा दीपा ने कहा कि आप कॉलेज का नाम वंदे मातरम रखिए या भारत माता महाविद्यालय हमें इससे कोई आपत्ति नहीं है. हमें आपत्ति इस बात से है कि एक ही कैंपस में इवनिंग कॉलेज को मॉर्निंग में शिफ़्ट किया जा रहा है, इससे छात्रों को क्लास से लेकर कैंटीन तक हर जगह समस्या आ रही है.
दरअसल, दयाल सिंह कॉलेज मॉर्निंग में करीब 6 हज़ार छात्र पढ़ते हैं, जबकि इवनिंग कॉलेज में छात्रों की संख्या करीब 3 हज़ार है. ऐसे के छात्रों का तर्क है कि एक ही कैंपस में अगर लगभग 9 हज़ार बच्चे पढ़ेंगे तो उसके मुकाबले संसाधन और सुविधाएं भी बढ़ाई जानी चाहिए.
मॉर्निंग कॉलेज के छात्र सुमित के मुताबिक कॉलेज में पहले से ही सुविधाएं और कॉलेज के मुकाबले कम हैं, कॉलेज में छात्रों के लिए अलग से ECA रूम नहीं हैं. कॉमन रूम भी बेहद छोटे हैं. नई बिल्डिंग प्ले ग्राउंड में ही बन रही है. ऐसे में खेलने की जगह भी कम हो गई है. इसलिए हम चाहते हैं कि कॉलेज प्रशासन पहले सुविधाएं बढ़ाए फिर इवनिंग कॉलेज को जिस भी नाम से शिफ़्ट करके मॉर्निंग में शुरू करें. किसी को कोई आपत्ति नहीं होगी.
इवनिंग कॉलेज के छात्रों ने भी कहा कि एक ही समय में दोनों कॉलेज एक ही कैंपस में शुरू होने पर थोड़ी परेशानी तो होगी, लेकिन हमें बताया गया है कि जल्द ही नई बिल्डिंग में कक्षाएं शुरू होंगी. जहां तक बात है 'वंदे मातरम' को लेकर हो रहे विवाद की तो कॉलेज के किसी भी छात्र या शिक्षक को नाम से कोई भी आपत्ति नहीं है.
आपको बता दें कि दयाल सिंह कॉलेज (इवनिंग) की गवर्निंग बॉडी ने सर्वसम्मति से कॉलेज का नाम 'वंदे मातरम' प्रस्तावित किया है. गवर्निंग बॉडी का ये प्रस्ताव दिल्ली विश्वविद्यालय के पास मंज़ूरी के लिए भेज दिया गया है. विश्वविद्यालय के सूत्रों के मुताबिक कॉलेज के नए नाम पर जल्द ही अधिकारिक मुहर लग सकती है.