
महानगरों की तेज रफ्तार सड़कों पर नेक सलाह देना भी आपकी जान पर भारी पड़ सकता है. दिल्ली के एक ई-रिक्शा ड्राइवर ने इसी काम की कीमत जान देकर चुकाई. शनिवार को शाम कुछ बदमाशों ने उसे पीट-पीटकर मार डाला. ड्राइवर का कसूर सिर्फ ये था कि उसने इनमें से 2 को खुले में पेशाब करने से रोका था.
वहीं सोमवार को पीड़ित परिवार से केंद्रीय शहरी विकास मंत्री वेंकैया नायडू ने मुलाकात की और खुद 50 हजार रुपये का चेक दिया. यही नहीं, नायडू की सिफारिश के बाद नॉर्थ एमसीडी में मृत ई-रिक्शा चालक की पत्नी को नौकरी मिल गई है. इसकी पुष्टि दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष मनोज तिवारी ने की. वहीं उप-राज्यपाल अनिल बैजल से भी पीड़ित परिवार आर्थिक मदद देने को कहा गया है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घटना पर दुख जताते हुए पीड़ित परिवार को 1 लाख रुपये मुआवजा देने का ऐलान किया है. जबकि केजरीवाल सरकार ने पीड़ित परिवार को 5 लाख रुपये मुआवजा देने का ऐलान किया है.
केंद्रीय मंत्री वेंकैया नायडू के साथ सांसद मनोज तिवारी भी मृतक रवींद्र के घरवालों से मिले. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि स्वच्छ भारत अभियान प्रधानमंत्री का मिशन है और अस्वच्छता फ़ैलाने वालों को मना करने पर जिस तरह से इस वारदात को अंजाम दिया गया ये निंदनीय है और इसी वजह से इस खबर के बारे में पता चलने पर उन्होंने दिल्ली पुलिस कमिश्नर से फोन पर बात कर आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने की बात कही और दिल्ली के एलजी साहब से भी बात कर गरीब परिवार की मदद करने की गुजारिश की.
फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी है और पुलिस को शक है कि इस वारदात के पीछे ओपन स्कूल के छात्र हो सकते हैं, और सीसीटीवी कैमरे की फुटेज में जो दो युवक संदिग्ध नज़र आ रहे हैं उनकी तलाश की जा रही है. बहरहाल इस वारदात ने रविन्द्र की 2 महीने की गर्भवती पत्नी को तोड़कर रख दिया है जहां कुछ महीने बाद खुशियां आनी थी उसी आंगन में गम पसरा है, फ़िलहाल परिवार इंसाफ की गुहार लगा रहा है.
क्या था मामला?
घटना दिल्ली के जीटीबी नगर मेट्रो स्टेशन के बाहर की है. शनिवार की दोपहर करीब 2 बजे रवींद्र नाम का ई-रिक्शा ड्राइवर खाना खा रहा था. तभी 2 लड़के कार से उतरे और खुले में पेशाब करने लगे. कहा जा रहा है कि दोनों शराब के नशे में धुत्त थे. रवींद्र ने इस हरकत का विरोध किया. उस वक्त तो ये लोग चले गए लेकिन रात को करीब 8 बजे 20-25 साथियों के साथ लौटे और रवींद्र को बेरहमी से पीटने लगे. पीटने के लिए पत्थरों को गमछे में बांधकर हथियार की तरह इस्तेमाल किया गया. रवींद्र ये मार सह नहीं पाया और उसने दम तोड़ दिया.
जांच में जुटी पुलिस
वारदात को अंजाम देने के फौरन बाद सभी हमलावर मौके से फरार हो गए. जिस जगह इस वारदात को अंजाम दिया गया, वहां सीसीटीवी कैमरे भी लगे हैं, लेकिन वो खराब बताए जा रहे हैं. लिहाजा पुलिस आसपास के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाल रही है ताकि हमलावरों की पहचान हो सके. पुलिस ने रवींद्र के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. मुखर्जी नगर थाने में हत्या का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गयी है.