
दिल्ली की ईस्ट एमसीडी ने अपने बजट में गरीबों को बड़ी राहत दी है. मंगलवार को बजट को अंतिम रूप दिया गया जिसमें गरीबों और दिल्ली की अनाधिकृत कॉलोनियों में रहने वाले लोगों को टैक्स में छूट दी गई है. नेता सदन संजय जैन ने बजट को अंतिम रूप देते हुए कहा कि 50 वर्ग मीटर तक के प्लॉट पर मकान बनाकर रहने वालों को हाउस टैक्स से पूरी तरह मुक्त कर दिया जाएगा. यानि अब उन्हे हाउस टैक्स देने की ज़रुरत नहीं होगी. जैन ने बताया कि ऐसी संपत्तियों पर आर्थिक रूप से कमज़ोर लोग ही रहते हैं ऐसे में उनपर हाउस टैक्स का बोझ ना डाला जाए.
इसके अलावा उन्होंने अनाधिकृत रूप से बने भवनों को भी नियमित करने का प्रस्ताव रखा है. जैन ने बताया कि आर्थिक रूप से पिछड़े वर्ग के लोग रोज़ी रोटी कमाने दिल्ली आते हैं लेकिन गरीबी के कारण खुद का मकान नहीं बना पाते और ऐसे में सस्ती ज़मीन का टुकड़ा खरीद कर उसमें छोटा-मोटा रहने लायक घर बना लेते हैं. अब ऐसे मकानों में रहने वालों को भी ईस्ट एमसीडी ने राहत दी है और तय किया है कि ऐसे निर्माण को नियमित करने के लिए नए बिल्डिंग बायलॉज़ बनाए जाएंगे. साथ ही ऐसे मकानों पर किसी भी तरह का डिमोलिशन एक्शन नहीं लिया जाएगा. ईस्ट एमसीडी ने इसके अंतर्गत 31 जनवरी 2017 तक बने मकानों को शामिल किया है. पूर्वी दिल्ली में एक बड़ी आबादी आर्थिक रूप से कमज़ोर लोगों की है ऐसे में माना जा रहा है कि निगम के इस फैसले से बड़ी संख्या में लोगों को लाभ मिलेगा.
पूर्वांचलियों पर मेहरबान एमसीडी
एमसीडी चुनाव से पहले पेश किए गए अंतिम बजट में ईस्ट एमसीडी ने पूर्वी दिल्ली में रहने वालों को पुर्वांचलियों और बुज़ुर्गों को भी बड़ी सौगात दी है. नेता सदन संजय जैन ने बजट को अंतिम रूप देते हुए कहा कि पूर्वी दिल्ली में बड़ी संख्या में पूर्वांचली इलाकों से आए लोग रहते हैं जो हर साल छठ महापर्व मनाने के लिए घाटों पर जमा होते हैं. छठ पूजा दिल्ली की एक सांस्कृतिक पहचान बन चुकी है और इसलिए ईस्ट एमसीडी ने छठ पूजा के लिए 5 करोड़ रुपए का बजट तय किया है. जिसका इस्तेमाल यमुना नदी के घाटों पर छठ पूजा के दौरान सुविधाएं देने के लिए किया जाएगा.
इसके अलावा ईस्ट एमसीडी ने बुज़ुर्गों को भी बड़ी सौगात देते हुए उन्हें टैक्स की दरों में राहत मुहैया कराई है. मंगलवार को बजट फाइनल करते हुए नेता सदन ने बताया कि अब 60 से 70 साल तक के बुज़ुर्गों को हाउस टैक्स अदा करने पर 25 फीसदी तक की छूट दी जाएगी. इसके साथ ही 70 साल से ज़्यादा के बुज़ुर्गों को हाउस टैक्स से 100 फीसदी मुक्त कर दिया गया है यानि अब उन्हें हाउस टैक्स नहीं चुकाना होगा. टैक्स से छूट पाने के लिए संपत्ति का बुजुर्ग के नाम पर होना और उनका वहां रहना अनिवार्य होगा.
पहली बार एमसीडी ने उसके कर्मचारियों को भी हाउस टैक्स से राहत देने की कोशिश की है. ईस्ट एमसीडी के किसी भी कर्मचारी को एक रिहायशी मकान, जिसमें वो खुद रहता है और उसने हाउस टैक्स जमा कराया है तो उसकी रसीद दिखाने पर उसे हाउस टैक्स की राशि का भुगतान निगम की ओर से किया जाएगा.