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Delhi election 2020: पिछले चुनाव में मुश्किल से जीते थे केजरीवाल के ये दो मंत्री, इस बार बदला सीन?

Delhi election 2020 दिल्ली विधानसभा चुनाव का सियासी पारा गर्म होता जा रहा है. 2015 के विधानसभा चुनाव में पांच हजार से कम मतों से चार सीटें आम आदमी पार्टी जीतने में कामयाब रही थी. इनमें  केजरीवाल सरकार के मंत्री कैलाश गहलोत और सत्येंद्र जैन भी शामिल है. ऐसे में इन दोनों मंत्रियों को जीतने में लिए काफी मशक्कत करनी पड़ रही है.

Delhi election 2020: सत्येंद्र जैन और कैलाश गहलोत Delhi election 2020: सत्येंद्र जैन और कैलाश गहलोत
कुबूल अहमद
  • नई दिल्ली,
  • 27 जनवरी 2020,
  • अपडेटेड 1:22 PM IST

  • चार सीटों पर जीत का अंतर पांच हजार से भी कम था

  • कैलाश गहलोत की जीत का अंतर सबसे कम

दिल्ली विधानसभा चुनाव में अरविंद केजरीवाल भले जीत को लेकर आश्वस्त नजर आ रहे हैं, लेकिन उनके सिपहसलारों की राह आसान नजर नहीं आ रही. केजरीवाल सरकार के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन और परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत पिछले विधानसभा चुनाव में काफी मामूली वोटों से जीतने में कामयाब रहे थे, पर विपक्ष ने इस बार जबरदस्त तरीके से चक्रव्यूह रचा है.

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गहलोत सिर्फ 1,555 वोटों से जीते थे

कैलाश गहलोत ने नजफगढ़ सीट से जीतकर केजरीवाल सरकार में परिवहन मंत्री बने थे. 2015 के विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी (AAP) के कैलाश गहलोत को जीतने में पसीने छूट गए थे. वो सबसे कम अंतर से जीतकर विधानसभा पहुंचे थे. नजफगढ़ सीट से कैलाश गहलोत को 55,598 मत मिले थे, जबकि इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) के प्रत्याशी भरत सिंह को 54,043 मत प्राप्त हुए थे. गहलोत महज 1,555 मतों से जीतकर मंत्री बने थे. 

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दक्षिण पश्चिमी दिल्ली की नजफगढ़ सीट पर केजरीवाल सरकार के मंत्री कैलाश गहलोत की विपक्ष ने जबरदस्त घेराबंदी की है. गहलोत के खिलाफ बीजेपी से अजीत खरखरी और कांग्रेस से साहिब सिंह यादव ताल ठोक रहे हैं. 2015 में अजीत सिंह खरखरी तीसरे स्थान पर रहे थे और कांग्रेस ने अपने नए चेहरे पर दांव लगाया है. ऐसे में केजरीवाल के मंत्री के लिए इस सीट पर जीत की राह आसान नहीं है.

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सत्येंद्र जैन 3,133 मतों जीते थे

केजरीवाल सरकार में स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन कम अंतर से जीतने वाले दूसरे विधायक बने थे. 2015 के चुनाव में शकूरबस्ती सीट से आम आदमी पार्टी के सत्येंद्र जैन को जीतने में लोहे के चने चबाने पड़े थे. जैन को 51,530 वोट मिले थे जबकि बीजेपी के एससी वत्स को 48,397 वोट मिले थे. इस तरह से सत्येंद्र जैन महज 3,133 मतों के जीत दर्ज कर पाए थे. सत्येंद्र जैन शकूरबस्ती सीट से एक बार फिर मैदान में उतरे हैं तो उनके खिलाफ बीजेपी से डा. एससी वत्स ताल ठोक रहे हैं. वहीं, कांग्रेस से देवराज अरोड़ा उम्मीदवार हैं.

पांच हजार से कम वोटों से जीतने वाली सीटें

बता दें कि 2015 के विधानसभा चुनाव में पांच हजार से कम मतों से चार सीटों पर जीत दर्ज हुई थी. इन चारों सीटों पर आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार थे. इनमें नजफगढ़ व शकूरबस्ती के अलावा लक्ष्मीनगर और कृष्णानगर की सीट शामिल थी. लक्ष्मी नगर से AAP के नितिन त्यागी को 58229 वोट मिले थे और बीजेपी के बीबी त्यागी 53383 वोट मिले थे. इस तरह से वो 4846 मतों से जीत दर्ज किए थे.

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ऐसे ही कृष्णा नगर सीट पर AAP के एसके बग्गा को 65919 वोट और बीजेपी की किरण बेदी को 63642 मत मिले थे. इस तरह से बग्गा ने 2277 मतों से जीत हासिल किए थे. इस तरह से इन चारों विधानसभा का मुकाबला इस बार काफी दिलचस्प हो गया है.

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