Advertisement

टिकट न मिलने पर AAP विधायकों के बागी तेवर, बदल सकते हैं पार्टी

अरविंद केजरीवाल ने अपने 46 विधायकों को एक बार फिर से चुनावी मैदान में उतारा है तो मौजूदा 15 एमएलए का टिकट काट दिया है और उनकी जगह नए चेहरे और दूसरे दलों से आए हुए नेताओं को टिकट दिया है. AAP के जिन विधायकों से टिकट कटे हैं, उनमें से कई ने बागी रुख अख्तियार कर लिया है.

महाबल मिश्रा के बेटे विनय मिश्रा को APP की टोपी पहनाते हुए अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसौदिया महाबल मिश्रा के बेटे विनय मिश्रा को APP की टोपी पहनाते हुए अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसौदिया
कुबूल अहमद
  • नई दिल्ली,
  • 15 जनवरी 2020,
  • अपडेटेड 2:11 PM IST

  • दिल्ली में AAP ने अपने 15 विधायकों के काटे टिकट
  • AAP से टिकट कटते ही कई विधायक हुए बागी

आम आदमी पार्टी ने दिल्ली की सियासी जंग फतह करने के लिए अपने सभी प्रत्याशियों के नाम का ऐलान कर दिया है. अरविंद केजरीवाल ने अपने 46 विधायकों को एक बार फिर से चुनावी मैदान में उतारा है तो मौजूदा 15 एमएलए का टिकट काट दिया है और उनकी जगह नए चेहरे और दूसरे दलों से आए हुए नेताओं को टिकट दिया है. AAP के जिन विधायकों के टिकट कटे हैं, उनमें से कई ने बागी रुख अख्तियार कर लिया है. ऐसे में देखना होगा कि ये विधायक दूसरे दल का दामन थामकर चुनावी मैदान में उतरते हैं या फिर पार्टी के फैसले को स्वीकार कर खामोश रहेंगे.

Advertisement

नारायण दत्त शर्मा ने AAP छोड़ी

आम आदमी पार्टी ने बदरपुर विधानसभा सीट से नारायण दत्त शर्मा का टिकट काटकर कांग्रेस से आए राम सिंह नेताजी को टिकट दिया है. टिकट कटते ही नारायण दत्त शर्मा ने केजरीवाल के खिलाफ बगावती तेवर अपना लिए हैं और मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया पर टिकट बेचने का गंभीर आरोप लगाया है.

आम आदमी पार्टी से नारायण दत्त शर्मा ने इस्तीफा दे दिया है. इसके बाद उनके पास सियासी विकल्प बहुत कम हैं. बीजेपी में रामवीर सिंह बिधूड़ी जैसे दिग्गज नेता हैं, जो बदरपुर सीट से तीन बार विधायक रहे हैं. राम सिंह के AAP में जाने के बाद बदरपुर में कांग्रेस के पास कोई बड़ा प्रभावी चेहरा नहीं है. ऐसे में नारायण दत्त शर्मा कांग्रेस का दामन थामकर चुनावी मैदान में किस्मत आजमा सकते हैं.

Advertisement

हाजी इशराक हुए बागी

आम आदमी पार्टी ने सीलमपुर से विधायक हाजी इशराक का टिकट काटकर पार्षद अब्दुल रहमान को प्रत्याशी बनाया गया. टिकट कटते ही हाजी इशराक ने बागी रुख अख्तियार कर लिए हैं और उनके समर्थकों ने मंगलवार को जाफराबाद इलाके में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ प्रदर्शन किया. इशराक ने कहा कि गलत व्यक्ति को इस सीट से टिकट दिया गया है, इससे लोगों में नाराजगी है.

ऐसे में सवाल है कि हाजी इशराक टिकट कटने के बाद भी आम आदमी पार्टी में बने रहेंगे या फिर किसी दूसरी पार्टी से चुनावी मैदान में उतरेंगे. कांग्रेस की ओर से यहां दिग्गज नेता चौधरी मतीन अहमद खुद चुनाव लड़ने के दावेदार हैं, वो इस सीट से पांच बार विधायक रहे हैं. ऐसे में कांग्रेस की इस सीट से मजबूत दावेदारी लगभग तय है. ऐसे में देखना होगा कि हाजी इशराक क्या सियासी कदम उठाते हैं.

अवतार सिंह के कदम पर होगी नजर

आम आदमी पार्टी ने कालकाजी विधानसभा सीट से मौजूदा विधायक अवतार सिंह का टिकट काटकर आतिशी मार्लेना को उम्मीदवार बनाया गया है. आतिशी 2019 के लोकसभा चुनाव में दक्षिण पूर्वी दिल्ली सीट से चुनाव लड़ी थीं, लेकिन वह जीत नहीं सकी थीं. अब पार्टी ने उन्हें विधानसभा चुनाव में उतारा है.

Advertisement

हालांकि अवतार सिंह को उम्मीद दी थी कि पार्टी उनका टिकट नहीं काटेगी. वहीं, इस सीट पर कांग्रेस के दिग्गज नेता और प्रदेश अध्यक्ष सुभाष चोपड़ा तीन बार विधायक रहे हैं और इस बार वो खुद लड़ेंगे या फिर अपनी बेटी को चुनावी मैदान में उतारेंगे. इस तरह से अवतार सिंह के लिए कांग्रेस में कोई जगह नहीं बनती है, ऐसे में बीजेपी एक सियासी ठिकाना बन सकती है.

पंकज पुष्कर के सामने क्या हैं विकल्प

आम आदमी पार्टी ने तिमारपुर से मौजूदा विधायक पंकज पुष्कर का टिकट काटकर दिलीप पांडे को उम्मीदवार बनाया गया. पंकज पुष्कर ने पार्टी के खिलाफ बिगुल फूंकते हुए योगेंद्र यादव व प्रशांत भूषण के साथ लगातार मंच साझा किया था, जिसका खमियाजा उन्हें भुगतना पड़ा है. ऐसे में तिमारपुर सीट से पंकज पुष्कर के सामने निर्दलीय चुनाव लड़ने या फिर कांग्रेस और बीजेपी का दामन थामकर मैदान में उतरने का विकल्प है. कांग्रेस से यहां से कप्तान सिंह सांगवान और बीजेपी से हाल में पार्टी जॉइन करने वाले शक्ति सिंह प्रमुख दावेदार हैं.

केजरीवाल ने पूर्व पीएम शास्त्री के पोते का काटा टिकट

अमेरिका में ऐपल कंपनी से नौकरी छोड़कर केजरीवाल के भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन में शामिल हुए लालबहादुर शास्त्री के पोते आदर्श शास्त्री 2015 में द्वारका सीट से विधायक चुने गए थे. इस बार उनका टिकट काटकर महाबल मिश्रा के बेटे विनय मिश्रा को केजरीवाल ने प्रत्याशी बनाया है. ऐसे में अब देखना होगा कि आदर्श शास्त्री किस पार्टी से चुनावी मैदान में उतरते हैं.

Advertisement

इन विधायकों का टिकट कटा

बवाना से विधायक रामचंद्र का टिकट काटकर जय भगवान उपकार को दिया गया है. मुंडका से सुखबीर दलाल की जगह धर्मपाल लाकड़ा को टिकट दिया गया है. पटेल नगर (सुरक्षित सीट) से हजारी लाल चौहान का टिकट काटकर यहां से 2013 में आप के टिकट पर विधायक बनीं बीना आनंद के पति राजकुमार आनंद को टिकट दिया गया है.

हरी नगर से जगदीप सिंह का टिकट काटकर राजकुमारी ढिल्लो को टिकट दिया गया है. दिल्ली कैंट से कमांडो सुरेंद्र का टिकट काटकर वीरेंद्र सिंह कादियान को दिया गया है. राजेंद्र नगर से बिजेंद्र गर्ग का टिकट काटकर साउथ दिल्ली से लोकसभा चुनाव हारे राघव चड्ढा को टिकट मिला है. त्रिलोक पुरी से राजू धिंगान की जगह पार्षद रोहित महरौलिया को टिकट मिला है. कोंडली से मनोज कुमार की जगह पार्षद कुलदीप कुमार को टिकट मिला है. ऐसे ही गोकुलपुर से चौधरी फतेह सिंह का टिकट काटकर चौधरी सुरेंद्र को टिकट दिया गया है.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement