
दिल्ली में विधानसभा चुनाव का बिगुल बजने के बाद आम आदमी पार्टी और बीजेपी के बीच हर दिन अलग-अलग मुद्दों पर जंग छिड़ती दिखाई दे रही है. बुधवार को दोनों के बीच भिड़ंत दिल्ली की जनता को सुविधाएं और सब्सिडी देने को लेकर हुई.
दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष मनोज तिवारी के बयान पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पलटवार क्या किया कि मनोज तिवारी ने तुरंत आक्रामक रुख दिखाया. दरअसल, मनोज तिवारी का एक बयान सोशल मीडिया पर सामने आया. जिसमें उन्होंने कहा कि अगर बीजेपी की सरकार दिल्ली में बनती है तो आम आदमी पार्टी से 5 गुना ज्यादा सब्सिडी देंगे.
जिसको लेकर आम आदमी पार्टी बीजेपी के खिलाफ आक्रामक हो गई और पूछा कि पहले किसी एक बीजेपी शासित राज्य में करके दिखाइए. दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल ने बयान को लेकर मनोज तिवारी से पूछा, 'चुनाव से पहले किसी भी एक बीजेपी शासित राज्य में लागू तो कीजिए.'
केजरीवाल का सवाल
सोशल मीडिया पर केजरीवाल ने पूछा कि क्या बीजेपी 200 यूनिट की बजाय 1000 यूनिट बिजली फ्री देगी और 20000 लीटर की बजाय 100000 लीटर पानी फ्री देगी? अरविंद केजरीवाल ने लिखा, 'ऐसे वादों से आप जनता का मजाक बना रहे हैं. दिल्ली चुनाव के पहले किसी भी एक बीजेपी शासित राज्य में लागू तो कीजिए?'
दिल्ली की मुख्यमंत्री के जवाब आने की देर थी कि बीजेपी दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी ने भी पलटवार कर दिया. मनोज तिवारी ने दावा किया कि बीजेपी की सरकार दिल्ली में बनती है तो वह जनता को आम आदमी पार्टी की सरकार के दावों के मुकाबले 5 गुना ज्यादा सब्सिडी देगी.
मनोज तिवारी का जवाब
दिल्ली बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने सोशल मीडिया पर केजरीवाल को जवाब देते हुए लिखा, 'केजरीवाल जी, अपने 5 साल की सरकार में जो भी देने का क्लेम कर सकते हैं करें. उसका मिनिमम 5 गुना देगी बीजेपी सरकार में आने पर फरवरी से ही.' मनोज तिवारी ने केजरीवाल से पूछा कि वह यह सीधे बताएं कि दिल्ली की जनता को 5 सालों में प्रति परिवार कुल फायदा कितना हुआ?
बता दें कि आम आदमी पार्टी चुनाव में 5 साल केजरीवाल के सरकार का रिपोर्ट कार्ड लेकर घर-घर जा रही है. जिसमें वह 5 साल में किए गए काम को लेकर दोबारा वोट मांग रही है. वहीं बीजेपी इन दावों पर सवाल उठाते हुए इसे सिर्फ खोखले दावे करार दे रही है.
जैसे-जैसे चुनाव की तारीख नजदीक आ रही है, दोनों ही पार्टियों में ज्यादा से ज्यादा देने की घोषणाओं की होड़ मच गई है. दिल्ली में 8 फरवरी को विधानसभा चुनाव के तहत मतदान किए जाएंगे. वहीं 11 फरवरी को नतीजे सामने आएंगे.