
दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने बीजेपी (भारतीय जनता पार्टी) के सांसद परवेश वर्मा को मानहानि का नोटिस भेजा है. इससे पहले परवेश वर्मा ने उपमुख्यमंत्री के ओएसडी की गिरफ्तारी को लेकर मनीष सिसोदिया पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे. उपमुख्यमंत्री सिसोदिया का कहना है कि बीजेपी सांसद ने उन पर जो भी आरोप लगाए हैं वो पूरी तरह गलत और बेबुनियाद हैं. ऐसे में अगर उन्होंने बिना शर्त उनसे माफी नहीं मांगी तो उनके खिलाफ कोर्ट जाकर कानूनी कार्रवाई करेंगे.
'भ्रष्टाचार के सारे पैसे मनीष सिसोदिया के जेब में'
बीजेपी सांसद परवेश वर्मा अपनी बयानबाजी को लेकर दिल्ली चुनाव में खूब चर्चा में रहे. परवेश वर्मा एक बार फिर AAP (आम आदमी पार्टी) पर हमलावर हैं. मनीष सिसोदिया के ओएसडी के सीबीआई द्वारा गिरफ्तार करने पर बीजेपी सांसद का कहना है कि अजीब लग रहा है, यह पार्टी भ्रष्टाचार के आंदोलन से शुरू हुई थी. अन्ना जी भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ रहे थे, लेकिन आंदोलन से जन्मी पार्टी आज खुद ही भ्रष्टाचार में लिप्त हो गई है.
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परवेश वर्मा ने सीएम केजरीवाल पर निशाना साधते हुए कहा कि जब अरविंद केजरीवाल कहते थे, किसी को भी रिश्वत नहीं लेने देंगे तो हमें नहीं पता था उनके कहने का मतलब यह है कि हमारे अलावा किसी और को रिश्वत नहीं लेने देंगे. यानी कि वही रिश्वत ले सकते हैं और किसी को नहीं लेने देंगे.
बीजेपी सांसद ने कहा कि पिछले पांच सालों में पहले भी कई भ्रष्टाचार की शिकायतें मिली हैं, लेकिन इस बार मनीष सिसोदिया के ओएसडी रंगे हाथ पकड़े गए हैं. हालांकि ओएसडी का तो सिर्फ नाम है पैसे तो उनके मालिक मनीष सिसोदिया के पास जा रहे थे. इसी पैसे से उपमुख्यमंत्री शाहीन बाग में बिरयानी बांट रहे थे. इस मामले में जो भी दोषी होंगे- फिर चाहे वो उपमुख्यमंत्री हों या मुख्यमंत्री केजरीवाल- उन्हें सजा मिलेगी.
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परवेश वर्मा ने कहा कि पहली बार सुना है कि देश में मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री के कार्यालय में रंगे हाथों कोई पकड़ा गया है. भ्रष्ट ओएसडी को हमने नियुक्त नहीं किया था, पिछले पांच सालों से उनकी सेवा कर रहा था. वो गलत काम कर पैसे उन्हें पहुंचा रहा था, मनीष सिसोदिया को इस मामले में जवाब देना चाहिए.