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फर्जी डिग्री मामले में गिरफ्तार जितेंद्र तोमर से अवध यूनिवर्सिटी में दिल्ली पुलिस की पूछताछ

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया आज दिल्ली के उपराज्यपाल से मुलाकात करेंगे. दोनों नेता उपराज्यपाल को पूर्व कानून मंत्री जितेंद्र तोमर का इस्तीफा सौंपेगे. उधर, दिल्ली पुलिस जितेंद्र तोमर को लेकर रेल मार्ग के जरिए फैजाबाद पहुंच गई है.

पुलिस हिरासत में दिल्ली के पूर्व कानून मंत्री जितेंद्र तोमर पुलिस हिरासत में दिल्ली के पूर्व कानून मंत्री जितेंद्र तोमर
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 10 जून 2015,
  • अपडेटेड 6:19 PM IST

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया आज दिल्ली के उपराज्यपाल से मुलाकात करेंगे. दोनों नेता उपराज्यपाल को पूर्व कानून मंत्री जितेंद्र तोमर का इस्तीफा सौंपेगे. उधर, दिल्ली पुलिस जितेंद्र तोमर को लेकर रेल मार्ग के जरिए फैजाबाद पहुंच गई है.

इससे पहले लखनऊ पहुंचने पर जितेंद्र तोमर ने मोदी सरकार पर हमला बोला. दिल्ली के पूर्व कानून मंत्री ने कहा कि फर्जी डिग्री विवाद मोदी सरकार की साजिश है.

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फर्जी डिग्री मामले में गिरफ्तार दिल्ली के पूर्व कानून मंत्री जितेंद्र सिंह तोमर को लेकर दिल्ली पुलिस बुधवार की सुबह लखनऊ पहुंची. मंगलवार रात करीब साढ़े ग्यारह बजे पुलिस की स्पेशल टीम तोमर को लेकर नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से रवाना हुई.

जानकारी के मुताबिक, जितेंद्र तोमर को पुलिस कस्टडी में बुधवार को फैजाबाद अवध यूनिवर्सिटी ले जाया जाएगा और उनकी डिग्री की पड़ताल की जाएगी. तोमर चार दिनों की रिमांड पर हैं और समझा जा रहा है कि इन्हीं चार दिनों के अंदर दिल्ली पुलिस उन्हें पूछताछ के लिए फैजाबाद के अलावा भागलपुर, मुंगेर और बुंदेलखंड भी ले जा सकती है.

इससे पहले मंगलवार को ही जितेंद्र सिंह तोमर ने फर्जी डिग्री मामले में दिल्ली के कानून मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने तोमर का इस्तीफा मंजूर कर लिया है. उनके इस्तीफे को बुधवाकर को उपराज्यपाल नजीब जंग को भेजा जाएगा.

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तोमर ने कहा- केंद्र और बीजेपी कर रही साजिश
अपनी गिरफ्तारी पर पहली प्रतिक्रिया देते हुए दिल्ली के पूर्व कानून मंत्री ने कहा कि उन्हें साजिश के तहत फंसाया गया है. जितेंद्र तोमर ने सीधे तौर पर केंद्र सरकार और बीजेपी पर निशाना साधा. उन्होंने कहा, 'यह केंद्र सरकार और बीजेपी के इशारे पर हो रहा है. मेरे खि‍लाफ साजिश की जा रही है. मैंने नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दिया है, लेकिन जल्द ही मामले में सच सामने आएगा और सब साफ हो जाएगा.'

नाटकीय ढंग से हुई गिरफ्तारी
फर्जी डिग्री मामले में तोमर को मंगलवार को गिरफ्तार किया गया. हालांकि उनकी गिरफ्तारी का प्लॉट मंगलवार अहले सुबह यानी तीन बजे ही रचा गया था. पहले उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई और फिर सुबह साढ़े पांच बजे समन जारी किया गया. बाद में साढ़े दस बजे तोमर को पुलिस पकड़कर ले गई. शाम में दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तारी की तस्दीक कर दी. गिरफ्तारी के फौरन बाद तोमर को दिल्ली की साकेत कोर्ट में पेश किया गया, जहां से कोर्ट ने उन्हें चार दिनों की पुलिस रिमांड में भेज दिया.

चढ़ा राजनीति का पारा
तोमर की गिरफ्तारी के ठीक बाद राष्ट्रीय राजधानी में राजनीतिक पारा चढ़ गया. अपने नेता की गिरफ्तारी के बाबत आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता वसंत विहार थाने के बाहर घंटों जमे रहे. साकेत कोर्ट के बाहर भी तोमर की पेशी के दौरान पार्टी के कार्यकर्ता इकट्ठा हो गए. हंगामे को देखते हुए तोमर और कोर्ट-थाना परिसर की सुरक्षा कड़ी कर दी गई, वहीं तोमर को लेकर यूथ कांग्रेस ने केजरीवाल के घर के बाहर प्रदर्शन किया.

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बयानों के तीर इधर भी, उधर भी
जितेंद्र तोमर की गिरफ्तारी को जहां बीजेपी ने जायज बताया है, वहीं आम आदमी पार्टी ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा. पार्टी नेता आशुतोष ने इस पूरे मामले को बीजेपी की साजिश करार दिया. आशुतोष ने कहा, 'जिस तरह से कार्रवाई हुई है साफ जाहिर है यह सब केंद्र के इशारे पर हो रहा है और देश में तानाशाही जैसी तस्वीर है.' आम आदमी पार्टी अब इस मामले को ऊपरी अदालत में चैलेंज करेगी.

दूसरी ओर, तोमर की गिरफ्तारी से केंद्र सरकार ने पल्ला झाड़ लिया है. लखनऊ में गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि इस मामले में गृह मंत्रालय का कोई लेना-देना नहीं है. वो अपने हिसाब से काम करता है. गिरफ्तारी पर मध्य प्रदेश के शहरी विकास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने तीखा हमला बोला है. उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी की कोई विचारधारा नहीं है. विजयवर्गीय ने कहा कि ये पार्टी तात्कालिक घटना-दुर्घटना का प्रोडक्ट है.

गौरतब है कि तोमर की गिरफ्तारी एलएलबी की फर्जी डिग्री और बीएसी की फर्जी डिग्री के आरोप में हुई है. तोमर का दावा है कि उनकी डिग्रियां सही है, जबकि दिल्ली पुलिस को इसमें फर्जीवाड़ा नजर आ रहा है. शुरुआती जांच में तिलकामांझी भागलपुर यूनिवर्सिटी ने उनकी डिग्री को फर्जी बताया है और कहा कि उनकी डिग्री की संख्या यूनिवर्सिटी में पंजीकृत नहीं है.

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