
राजधानी दिल्ली के फिल्मिस्तान इलाके में रविवार को लगी आग से 43 लोगों की मौत हो गई थी. इस मामले में पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. आरोपियों को सोमवार को तीस हजारी कोर्ट में पेश किया गया. पुलिस ने कोर्ट से मामले की जांच के लिए आरोपियों को 14 दिन की पुलिस हिरासत में भेजने की मांग की, जिसे कोर्ट ने स्वीकार कर लिया.
मामले की गंभीरता और संवेदनशीलता को देखते हुए जज मनोज कुमार ने 10 मिनट के अंदर फैसला सुना दिया. आरोपियों को 3.55 बजे कोर्ट में पेश किया गया. इससे पहले पुलिस ने कोर्ट में कहा कि इस प्रॉपर्टी के 3 मालिक हैं. प्रॉपर्टी के अलग- अलग पोर्शन बंटे हुए हैं. रेहान इस इमारत का मालिक है, लेकिन वह शेयरहोल्डर है. उसका मैनेजर फुरकान साल 2003 से उसके साथ काम करता है, दोनों बचपन के दोस्त भी हैं.
पुलिस ने कोर्ट से कहा कि प्रॉपर्टी किस- किसको दे रखी है, इसकी भी अभी जांच करनी है. पुलिस की ओर से कहा गया कि प्रॉपर्टी 15 से 20 लोगों के नाम किराए पर दी गई थी. फिलहाल उनके नाम- पता की जांच की जा रही है. बताया जा रहा है कि मकान मालिकों ने जिनको ये किराए पर दिया, उन्होंने इसे कम से कम 20 ठेकेदारों को किराए पर दे दिया.
मृतकों की पहचान के लिए रिमांड जरूरी
कोर्ट में सुनवाई के दौरान पुलिस ने कहा कि मृत लोगों की पहचान के लिए हमें रिमांड की जरूरत है. इनको स्पॉट पर लेकर जाना है, अभी जांच जारी है. पुलिस की दलील का विरोध करते हुए आरोपियों के वकील ने कहा कि पुलिस कस्टडी की कोई जरूरत नहीं है. पुलिस को इस केस में जो भी कागजात चाहिए वह हम देने को तैयार हैं. बचाव पक्ष की कोई दलील कोर्ट में काम नहीं आई और कोर्ट ने फुरकान और रेहान दोनों को 14 दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया.
क्या है घटना
फिल्मिस्तान इलाके में रविवार को तड़के 5 बजे आग लग गई थी. इस हादसे में 43 लोगों की मौत हो गई, जबकि 63 लोग घायल हो गए थे. मृतकों में अधिकतर बिहार के थे. इनमें से अधिकतर की शिनाख्त हो चुकी है, जबकि कई की शिनाख्त अभी बाकी है.