
दिल्ली सरकार के अधिकार क्षेत्र में आने वाली पीडब्ल्यूडी की 1260 किलोमीटर सड़कों को गड्ढा मुक्त बनाने के लिए आम आदमी पार्टी विधायकों ने अलग-अलग विधानसभाओं में शनिवार को सड़कों पर गड्ढे ढूंढे. विधायकों के साथ इस टीम में पीडब्ल्यूडी के इंजीनियर भी शामिल थे. विधायक की एक टीम के अंडर 25-25 किलोमीटर का दायरा है. इस दायरे में टीम सड़क के आने-जाने वाली दोनों लेन का मुआयना किया गया है.
मामले दर्ज
कुल 1897 रिपोर्ट ऐप के जरिए PWD के पास दर्ज हुए हैं. इनमें से सबसे ज्यादा संख्या गड्ढों की न होकर, रोड खराब होने की थी (अनइवेन पैच) - 1181. कुल गड्ढों की संख्या 583 थी और अन्य विभागों के कारण सड़कों में कमियां पाई जाने पर 133 रिपोर्ट दर्ज हुई.
मंत्री इमरान हुसैन किया दौरा
'आजतक' की टीम ने कैबिनेट मंत्री इमरान हुसैन के साथ उनके विधानसभा क्षेत्र बल्लीमारान का दौरा किया. इमरान हुसैन सदर थाने के नजदीक एक बड़े चौराहै से गुजरने वाली सड़क पर गड्ढों की तस्वीर मोबाइल एप के जरिए अपलोड करते नजर आये.
उन्होंने कहा, 'अपनी विधानसभा में पीडब्ल्यूडी अधिकारियों के साथ सड़कों का मुआयना किया, टूटी हुई सड़कों की फोटो और लोकेशन माध्यम से पीडब्ल्यूडी विभाग तक पहुंचाई और सभी सड़कों को तुरंत प्रभाव से बनाने का आदेश जारी किया.'
पीडब्ल्यूडी विभाग ने भरा गड्ढा
रोहतास नगर विधानसभा क्षेत्र से आम आदमी पार्टी की विधायिका सरिता सिंह ने ट्विटर के माध्यम से एक वीडियो जारी करते हुए बताया कि सुबह जब पीडब्ल्यूडी अधिकारी के साथ कड़कड़डूमा कोर्ट वाले रोड का दौरा किया.
उन्होंने उस जगह एक जगह गड्ढा मिला, उस गड्ढे की फोटो और लोकेशन ऐप के माध्यम से पीडब्ल्यूडी विभाग तक पहुंचाई. निरीक्षण पूरा होने के बाद जब वापस लौट रहे थे तो वह गड्ढा पीडब्ल्यूडी विभाग द्वारा भर दिया गया था.
सड़कों का किया निरीक्षण
इस अभियान के तहत दिल्ली के सीमापुरी विधानसभा क्षेत्र से आप विधायक एवं कैबिनेट मंत्री राजेंद्र पाल गौतम ने एक ट्वीट के माध्यम से जानकारी साझा की. ट्वीट में उन्होंने बताया कि आज उन्होंने दिल्ली सरकार के आधीन PWD सड़कों को गड्ढा मुक्त बनाने का अभियान शुरू किया.
इस दौरान उन्होंने शाहदरा रोड डिवीजन एम 211 के अन्तर्गत आने वाली सभी सड़कों का निरीक्षण PWD के अधिकारियों से साथ किया. जहां भी गड्ढे और खराबी पाई गई उसे तुरंत ठीक कराने के निर्देश दिए.
आपको बता दें कि गड्ढे या खराब सड़क की फोटो सर्वे के दौरान लेकर एक मोबाइल एप पर डाली गई. एप के माध्यम से यह डाटा तैयार होते ही सड़कों को ठीक करने का काम प्रारंभ हो जाएगा. मुख्यमंत्री ने हाल ही में कहा था कि तीन स्थिति में सड़कें हो सकती हैं, गड्ढा हो सकता है, खराब हो सकती है या कोई काम चल रहा है. अगर किसी विभाग का काम चल रहा है तो काम पूरा होने तक का इंतजार किया जाएगा.