
देश की राजधानी में डेंगू के आंकड़े हर साल बढ़ रहे हैं. इस बीच दिल्ली सरकार और तमाम एजेंसियां डेंगू से निपटने के लिए खुद को तैयार बता रही हैं. हालांकि खुद सरकारी आंकड़े कहते हैं कि दिल्ली के अस्पतालों में अब तक डेंगू के 90 मामले सामने आये हैं जबकि डेंगू के डंक से एक बच्ची की मौत भी हो चुकी है.
पिछले की बजाय इस साल जुलाई के महीने में डेंगू के मामले बढ़े हैं. सरकार दावा कर रही है कि दिल्ली में डेंगू से जुड़े मामलों की पूरी जानकारी रखने के लिए एक डेंगू कंट्रोल सेल भी बनाया गया है. सरकार के मुताबिक डेंगू से सबसे ज्यादा खतरे में रहने वाली जगहों को चिन्हित करके लोकल एजेंसियों को अलर्ट दिया गया है, ताकि निपटने के लिए उचित कदम उचित वक्त पर उठाए जा सके.
ये हैं दिल्ली सरकार की तैयारियां
इसके अलावा दिल्ली सरकार ने सभी अस्पतालों को एक नोडल अधिकारी नियुक्त करने का आदेश दिया है. साथ ही इस बात को सुनिश्चित करने को कहा है कि अस्पताल में डेंगू का लारवा पैदा न हो. अस्पताल में डेंगू किट के अलावा, मरीज के लिए अलग से बेड का इंतजाम भी किया गया है. सरकार के मुताबिक 33 अस्पताल, 262 डिस्पेंसरी और 106 मोहल्ला क्लीनिक इसमें शामिल हैं.
टेस्ट के लिए सुनिश्चित की गई फीस
दिल्ली सरकार में स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन का कहना है कि 'डेंगू टेस्ट के लिए प्लेटलेट्स 50 रुपए, डेंगू टेस्ट 600 रुपए कर दिया है. इससे ज्यादा कोई लेता है तो हमें शिकायत कीजिये उसके खिलाफ सख़्त कार्रवाई होगी.' सरकार ने अभी अस्पतालों को निर्देश दिए हैं कि डेंगू के मरीज को प्राथमिकता के साथ भर्ती किया जाये.
विज्ञापन से जागरुकता का पैगाम
स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने बताया कि 'इस साल 355 डेंगू क्लीनिक खोली जा रही हैं, जबकि पिछली बार हमने 55 डेंगू क्लीनिक खोली थी. अब सिर्फ 5% लोगों को अस्पताल जाने की जरूरत है. सरकार डेंगू के बारे में लोगों को जागरूक करने के लिए विज्ञापन का सहारा भी लेगी.'