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दिल्ली सरकार के स्कूलों में पढ़ाने वाले गेस्ट टीचर्स को अब एक्सपीरियंस सर्टिफिकेट मिल सकेगा. एक्सपीरियंस सर्टिफिकेट गेस्ट टीचर्स को उनके स्कूल में ही मिल जाएगा. इसके लिए उन्हें शिक्षा विभाग के विभिन्न दफ्तरों के चक्कर काटने की जरूरत नहीं पड़ेगी. गेस्ट टीचर्स एक्सपीरियंस सर्टिफिकेट का फॉर्मेट शिक्षा विभाग की वेबसाइट से डाउनलोड करके उसका प्रिंट आउट निकाल लेंगे और उसे भरकर स्कूल प्रिंसिपल को दे देंगे.
इसके बाद प्रिंसिपल अपनी मुहर लगाकर उस सर्टिफिकेट पर हस्ताक्षर कर देंगे. इस तरह गेस्ट टीचर्स बेहद आसानी से अपने एक्सपीरियंस सर्टिफिकेट प्राप्त कर सकेंगे. सरकार के इस फैसले से 17,000 से ज्यादा गेस्ट टीचर्स को सीधा फायदा मिलेगा
सरकार से संवाद स्थापित करने की कोशिश...
हाल ही में ‘दिल्ली अतिथि शिक्षक संघ’ द्वारा उपरोक्त मांगों पर सरकार से संवाद स्थापित करने की कोशिश हुई थी और सरकार से उपरोक्त विषय पर सॉल्यूशन देने का निवेदन किया गया था. उल्लेखनीय है कि गेस्ट टीचर्स की विभिन्न मांगों पर विचार के लिए दिल्ली सरकार ने एक हाई लेवल कमेटी गठित की है. प्रिंसिपल सेक्रेट्री (फाइनेंस) इस कमेटी के प्रमुख होंगे. ये कमेटी मुख्य रूप से गेस्ट टीचर्स के लिए फिक्स सैलरी, मैटरनिटी लीव और महीने में एक कैजुअल लीव जैसी मांगों पर विचार करेगी.
कोई भी शिक्षक नहीं हटाया जाएगा...
दिल्ली सरकार ने गेस्ट टीचर्स को परमानेंट करने से संबंधित फाइल मंजूरी के लिए उप-राज्यपाल के पास भेजी थी लेकिन वहां से अभी तक मंजूरी नहीं मिली है.दिल्ली सरकार की ऐसी पूरी कोशिश है कि गेस्ट टीचर्स को परमानेंट करने वाली फाइल को जल्द से जल्द मंजूरी मिल जाए. लेकिन इस बीच सभी गेस्ट टीचर्स को 1 जुलाई से दोबारा नियुक्त कर दिया गया. जब तक इन्हें परमानेंट करने की पॉलिसी नहीं बनती और इन्हें परमानेंट नहीं कर दिया जाता, तब तक किसी भी शिक्षक को हटाया नहीं जाएगा.