
हरियाणा और नई दिल्ली के बीच चल रहे पानी के विवाद में अब नया मोड़ आया है. हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने दिल्ली के अपने समकक्ष अरविंद केजरीवाल को पानी विवाद से जुड़े सभी मामले वापस ले लिये जाने पर राष्ट्रीय राजधानी के लिए अतिरिक्त पानी का आश्वासन दिया है.
खट्टर ने केजरीवाल को लिखा कि यदि दिल्ली राष्ट्रीय हरित अधिकरण और दिल्ली उच्च न्यायालय से सारे मामले वापस ले लेती है तो उसे 30 जून तक अतिरिक्त 150 क्यूसेक पानी मिलेगा.
केजरीवाल के पत्र का जवाब देते हुए खट्टर ने लिखा है कि जब दिल्ली ने हरियाणा को विभिन्न मुकदमों में घसीटने का फैसला किया तो तब वह उसे मुनक नहर से करीब 1050 क्यूसेक पानी दे रहा था.
उन्होंने कहा कि जल संसाधन सचिव के अनुरोध पर हरियाणा ने मुनक नहर से 150 क्यूसेक अतिरिक्त पानी देने लगा. हमने तय किया है कि यदि एनजीटी और दिल्ली उच्च न्यायालय से सारे मामले वापस ले लिये जाते हैं तो यह अतिरिक्त पानी 30 जून, 2018 तक प्रदान किया जाए.
गौरतलब है कि इसी साल फरवरी में दिल्ली सरकार ने पानी की समस्या पर एनजीटी का दरवाजा खटखटाया और हरियाणा पर आरोप लगाया कि यमुना के पानी में अमोनिया का स्तर कई गुणा बढ़ गया है. इसकी वजह से दिल्लीवासियों को पानी देने में जल बोर्ड असमर्थ है.
दिल्ली सरकार ने एनजीटी में ये भी कहा कि राज्य के अधिकारी ने पहले बातचीत के जरिए समस्या का हल निकालने की कोशिश कि, लेकिन जब हल नहीं निकला तो एनजीटी में याचिका दाखिल की गई.