
दिल्ली के मेट्रो यात्रियों के लिए कोर्ट से राहत की खबर है. दिल्ली हाईकोर्ट ने मेट्रो कर्मचारियों की हड़ताल पर लगी रोक को आगे भी बरकरार रखा है. इसका मतलब मेट्रो के वो 9000 कर्मचारी जो पिछले महीने हड़ताल पर जा रहे थे, अब अगले आदेश तक हड़ताल नहीं कर सकेंगे. सुनवाई के दौरान दिल्ली हाईकोर्ट ने मेट्रो यूनियन से जुड़े कर्मचारियों को अपना जवाब कोर्ट में दाखिल करने के लिए कुछ और वक्त दिया है.
अब कोर्ट चार सितंबर को मामले की सुनवाई करेगा. हाईकोर्ट ने स्पष्ट किया है कि 29 जून को कर्मचारियों की हड़ताल पर लगाई गई रोक आगे भी जारी रहेगी. यूनियन के कर्मचारियों ने अदालत को बताया कि पिछली सुनवाई के दौरान कोर्ट से जारी किए गए नोटिस की कॉपी उन्हें अभी तक नहीं मिल पाई है. यूनियन के वकील राजीव मिश्रा ने कहा कि मेट्रो के एक्ट के तहत ही ये यूनियन बनाई गई है और डीएमआरसी की मंजूरी इस यूनियन को बनाने के लिए मिली थी.
इस हड़ताल से पहले तीन बार डीएमआरसी को नोटिस देकर इसकी जानकारी दी गई थी. हालांकि इसके बाद भी जब डीएमआरसी ने उनकी मांगे नहीं मानी, तो कर्मचारियों के पास हड़ताल की चेतावनी देने के अलावा कोई चारा नहीं बचा. यूनियन ने कहा कि वो भी हड़ताल नहीं करना चाहते, लेकिन डीएमआरसी उनकी मागों पर गौर करे.
मालूम हो कि जब 29 जून को मेट्रो के कर्मचारियों ने हड़ताल की घोषणा की, तो डीएमआरसी के हाथ-पैर फूल गए थे. डीएमआरसी ने आनन-फानन में दिल्ली हाईकोर्ट का रुख किया. इसके बाद अदालत ने मामले की फौरन सुनवाई की और मेट्रो कर्मचारियों की हड़ताल पर रोक लगा दिया. अदालत ने साफ कहा कि अगर कर्मचारियों ने हड़ताल की, तो उनके खिलाफ कोर्ट की अवमानना का केस दर्ज किया जाएगा. इस आदेश के बाद मेट्रो के कर्मचारियों ने फिर अगले दिन प्रस्तावित हड़ताल नहीं की थी.