
दिल्ली पुलिस ने कार चोरों के एक ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया है, जो पलक झपकते ही ECM चिप यानी इंजन कंट्रोलिंग मॉड्यूल चिप को बदलकर लग्ज़री कारों को चुरा लेता था. इस काम को अंजाम देने के लिए बाकायदा एक एडवांस डायग्नोस्टिक डिवाइस का इस्तेमाल किया जाता था, जो कार के सिक्योरिटी सिस्टम को निष्क्रिय कर देता है.
साउथ दिल्ली के एडिशनल डीसीपी चिनमय विस्वाल ने बताया कि एक सूचना के आधार पर पुलिस ने शुक्रवार की सुबह 3 बजे एक एनकाउंटर के बाद इस गैंग के मुखिया सहित चार लोगों को गिरफ्तार किया है. पुलिस टीम ने कार सवार इन बदमाशों को जब रुकने के लिए कहा, तो वे भागने लगे और पुलिस टीम पर फायरिंग शुरू कर दी.
जवाबी कार्रवाई करते हुए पुलिस ने भी फायर किए. हालांकि इस एनकाउंटर में किसी को गोली नहीं लगी. पुलिस के मुताबिक बदमाशों के कब्ज़े से 3 देसी पिस्टल, 6 ज़िंदा कारतूस और एक हाईटेक कार डाइग्नोस्टिक किट और एक डोंगल बरामद हुआ है.
एडिशनल डीसीपी चिनमय विस्वाल ने बताया कि इस गिरोह के सरगना कारों के ECM और दूसरे सिक्योरिटी फीचर्स को निष्क्रिय करने के लिए एडवांस डाइग्नोस्टिक डिवाइस का इस्तेमाल करता था. इंग्लैंड में बने इस डिवाइस की कीमत क़रीब 3 लाख रुपये है.
ये गैंग टारगेट की हुई कार का बोनट खोलकर इस डिवाइस की मदद से सबसे पहले ECM को जाम कर देता था और उसकी जगह पर दूसरी चिप लगा देता था. इस तरह कार मालिक तक इमरजेंसी सन्देश नहीं पहुंचता था. ना ही GPS की मदद से कार को ट्रैक किया जा सकता था. दूसरे चिप या नकली ECM में कार की पूरी प्रोग्रामिंग होती थी, जिसकी वजह से गाड़ियों के सारे फीचर सही तरीके से काम करते थे.
पुलिस के मुताबिक इस गिरोह का सरगना एक शातिर अपराधी है, जिसके खिलाफ लगभग दो दर्जन आपराधिक मामले दर्ज हैं. पुलिस अब इस गिरोह की चुराई हुई गाड़ियों की लिस्ट बनाने में जुटी है. पुलिस का मकसद उन कारों को बरामद करना भी है. पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है.