
दिल्ली के एक मेट्रो स्टेशन पर हंगामे के बाद एक सीआईएसफ अफसर ने हवाई फायरिंग कर दी. जिसके बाद स्टेशन परिसर में हंगामा मच गया. हालांकि, अफसर ने फायरिंग मारपीट पर उतारू भीड़ को हटाने के लिए की थी. इससे पहले वहां दो लड़कों की मेट्रो स्टाफ से बहस हुई थी. जिसके बाद एक पुलिसकर्मी को भी पीटा गया था.
मामला दिल्ली के आजादपुर मेट्रो स्टेशन का है. बीते रविवार की रात मेट्रो स्टेशन पर उस दौरान हड़कंप मच गया, जब सीआईएसएफ के उपनिरीक्षक मोहम्मद उमर ने सर्विस पिस्टल से हवाई फायर कर दिया. दरअसल, यह फायर उसने बेकाबू भीड़ को काबू करने के लिए किया, जो मेट्रो स्टेशन परिसर में मारपीट कर रही थी. इस घटना से कुछ देर पहले 2 लड़कों की चेकिंग एरिया में मेट्रो स्टाफ से चालान को लेकर बहस हुई थी.
उन दोनों लड़कों को स्टेशन के कंट्रोल रूम में ले जाया गया. जहां दिल्ली पुलिस के कांस्टेबल मुन्ना लाल ने उनसे पूछताछ की शुरूआत की. तभी उन लड़कों ने अपने कुछ जानकारों को फोन कर दिया. कुछ देर में ही महिलाओं समेत करीब 20 लोग मेट्रो स्टेशन में घुस गए और सभी ने वहां हंगामा शुरू कर दिया.
अधिकारियों ने बताया कि उनसे से 17 वर्षीय वजीरपुर निवासी एक युवक ने अपने साथियों को स्टेशन पर बुलाया. करीब 20 लोग थोड़ी ही देर में स्टेशन पर पहुंचे और दिल्ली पुलिस के कांस्टेबल एम एल मीणा की पिटाई की, जो उन दोनों को कश्मीरी गेट पुलिस स्टेशन ले जा रहा था.
सीआईएसएफ अधिकारी ने बताया कि शरारती तत्वों ने सीआईएसएफ के सहायक उप निरीक्षक मोहम्मद उमर का गिरेबान पकड़ लिया, जिसके बाद उन्होंने भीड़ को नियंत्रण में करने के लिए हवा में गोली चलायी. अधिकारियों ने बताया कि अफरातफरी की स्थिति बन गयी थी लेकिन मेट्रो रेल सेवा प्रभावित नहीं हुई.
पुलिस के मुताबिक, कुछ लोगों ने कांस्टेबल मुन्ना लाल की भी पिटाई कर दी. जिसके बाद भीड़ को रोकने के लिए CISF के एसआई उमर ने हवाई फायरिंग कर दी. गोली की आवाज सुनते ही भीड़ तितर बितर हो गई. पुलिस ने इस मामले में दोनों युवकों समेत एक नाबालिग को भी पकड़ा है. अन्य आरोपियों की तलाश की जा रही है.
पुलिस इस मामले में सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाल रही है. वहीं, सीआईएसएफ भी इस केस की जांच कर रही है कि गोली किस हालात में चलाई गई. मेट्रो स्टेशन पर पहली बार हुआ है कि जब लोगों को काबू करने के लिए सीआईएसएफ के अफसर को गोली चलानी पड़ गई.