
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की रफ्तार मंगलवार को बुरी तरह प्रभावित होने वाली है. एप आधारित टैक्सी सेवा के विरोध में 20 से ज्यादा ऑटो-टैक्सी यूनियन हड़ताल पर हैं. सुबह से ही दिल्ली के मिंटो रोड पर सैकड़ों ऑटो खड़े कर दिए गए हैं.
ऑटो यूनियन ने इससे पहले सोमवार को एप आधारित टैक्सी सेवा को बंद करने को लेकर प्रदर्शन किया और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ भी जमकर नारेबाजी की. ऑटो चालकों का कहना है कि एप बेस्ड सर्विस से उन पर रोजी रोटी का संकट पैदा हो गया है. चालकों कहना है कि इससे बड़ी कंपनियों को तो लाभ मिल रहा है, लेकिन उन्हें मीटर से चलना भी भारी पड़ रहा है.
जाहिर तौर पर 20 से अधिक ऑटो-टैक्सी यूनियन की हड़ताल से दिल्लीवासियों को मुसीबत उठानी पड़ सकती है. एक आकलन के मुताबिक, इससे करीब 90 हजार ऑटो और टैक्सी सड़कों से नदारद रहेंगे.
पंजाब में भी सरकार के खिलाफ प्रचार
ऑटो-टैक्सी ज्वॉइंट कमेटी के अध्यक्ष राजेंद्र सोनी ने केजरीवाल सरकार पर ठगी का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा, 'हमें आश्वासन दिया गया, लेकिन फिर भी हमारी मांगें पूरी नहीं की गईं. हमारी हड़ताल लगातार जारी रहेगी और मुख्यमंत्री केजरीवाल को इसके गंभीर परिणाम झेलने पड़ेंगे.' ऑटो-टैक्सी यूनियन ने पंजाब में भी केजरीवाल सरकार के खिलाफ प्रचार का ऐलान किया है.
दूसरी ओर, बड़ी संख्या में ऑटो-टैक्सी के सड़कों से नदारद रहने पर मेट्रो ट्रेन और डीटीसी बसों में मंगलवार को भारी भीड़ हो सकती है.