
दिल्ली की हवा लगातार तीसरे दिन गंभीर श्रेणी में बनी रही क्योंकि हवा की तेजी से प्रदूषण तत्व तेजी से फैल रहे हैं. अधिकारियों ने कहा कि क्रिसमस की शाम तक दिल्ली में खतरनाक प्रदूषण जारी रहेगा.
दिल्ली दिवाली के समय से अपने बदतर प्रदूषण स्तर का सामना कर रही है. अधिकारियों ने लोगों को घर के बाहर कम से कम निकलने और निजी गाड़ियों के इस्तेमाल से बचने की सलाह दी है. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के डेटा के मुताबिक, एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) 448 के ‘गंभीर’ स्तर पर रहा वहीं केंद्र की ओर से चलाए जा रहे वायु गुणवत्ता एवं मौसम पूर्वानुमान प्रणाली (सफर) ने 468 का बढ़ा हुआ एक्यूआई दिखाया है.
नोएडा में स्थिति काफी खराब
सीपीसीबी के मुताबिक, सोमवार को राष्ट्रीय राजधानी के 30 इलाकों में हवा ‘गंभीर’ दर्ज की गई जबकि पांच इलाकों में यह बहुत खराब श्रेणी में रही. राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में नोएडा में सबसे खराब 464 का एक्यूआई दर्ज किया गया. वहीं गाजियाबाद और फरीदाबाद में हवा ‘गंभीर’ दर्ज की गई. गुरुग्राम में एयर क्वालिटी बेहद खराब दर्ज की गई. सीपीसीबी ने बताया कि यहां हवा में काफी छोटे कणों पीएम 2.5 का स्तर 407 रहा जबकि पीएम 10 का स्तर 581 दर्ज किया गया. दिल्ली की एयर क्वालिटी शनिवार को गंभीर हो गई. रविवार को एयर क्वालिटी साल की दूसरी सबसे अधिक खराब रही. रविवार को एक्यूआई 450 रहा. सफर के अनुसार दिल्ली में एयर क्वालिटी मंगलवार तक गंभीर श्रेणी में बने रहने की आशंका है.
सफर ने कहा, ‘मंगलवार देर शाम से सुधार की उम्मीद है, जब पर्याप्त धूप की वजह से कोहरा खत्म होगा.’ आईआईएमटी के मुताबिक, हवा की क्वालिटी में मंगलवार को सुधार हो सकता है लेकिन वह ‘बहुत खराब’ से ‘गंभीर’ की ऊपरी श्रेणी में ही बनी रहेगी. संस्थान ने कहा, प्रदूषक तत्वों के फैलने के लिए हवा की गति और वेंटिलेशन सूचकांक बेहद खराब है.
वेंटिलेशन सूचकांक वह गति है, जिसपर प्रदूषक तत्व बिखर सकते हैं. 6000 वर्गमीटर/सेकेंड से कम वेंटिलेशन सूचकांक के साथ औसतन हवा की गति 10 किमी प्रति घंटे से कम रहना प्रदूषकों के बिखराव के लिए खराब है. इसने बताया कि सोमवार को वेंटिलेशन सूचकांक 4500 वर्ग मीटर प्रति सेकेंड रहा.
अगले 3-5 दिन तक राहत नहीं
मौसम विभाग ने कहा कि हवा की धीमी गति और कम तापमान अगले तीन से पांच दिन तक बने रहने की संभावना है जिससे प्रदूषक तत्वों का बिखराव अच्छे से नहीं होगा और हवा की क्वालिटी गंभीर श्रेणी में अगले दो-तीन दिन तक बरकरार रह सकती है. सीपीसीबी के कार्य बल ने अधिकारियों को पहले से मौजूद उपायों को लागू करने के लिए काम में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं, खासकर गाड़ियों और तेलों से होने वाले प्रदूषण को रोकने के लिए.
सफर ने एक स्वास्थ्य एडवायजरी में दिल्लीवासियों से साधारण मास्क पर निर्भर नहीं रहने को कहा है. एजेंसी ने सलाह दी है कि लोग घर से कम से कम बाहर निकलें. साथ ही खिड़कियों को बंद रखने और लकड़ी, मोमबत्ती या अगरबत्ती तक जलाने से बचने की सलाह दी है. इस एडवायजरी में लोगों से गीला पोछा लगाने और बाहरी गतिविधियों के लिए एन-95 मास्क या पी-100 रस्पिरेटर्स का इस्तेमाल करने को कहा गया है.