
देश में आतंकी हमले के खतरे की इनपुट के बीच दिल्ली पुलिस ने रविवार को पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI से जुड़े दो एजेंट को गिरफ्तार किया है. खास बात यह है कि इनमें एक बीएसएफ का जवान भी शामिल है. पुलिस को इनके बारे में खुफिया सूचना मिली थी.
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक, एसीपी केपीएस मलहोत्रा के नेतृत्व में क्राइम ब्रांच की टीम ने कैफइतुल्लाह खान उर्फ मास्टर राजा और अब्दुल राशीद नाम के दो पाकिस्तानी एजेंट को गिरफ्तार किया है. इनमें मास्टर राजा जम्मू-कश्मीर के रजौरी का रहने वाला है, जबकि अब्दुल राशीद रजौरी में बीएसएफ के इंटेलिजेंस विंग में हेड कांस्टेबल पद पर तैनात है. दोनों की गिरफ्तारी ऑफिशियल सीक्रेट एक्ट के तहत की गई है.
बताया जाता है कि दोनों के पास से राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े कई अहम दस्तावेज बरामद किए गए हैं. कैफइतुल्लाह पाकिस्तान इंटेलिजेंस ऑपरेटिव (पाआईओ) का हैंडलर बताया जा रहा है. 26 नवंबर को कैफइतुल्लाह ने जम्मू से भोपाल के लिए ट्रेन पकड़ी थी.
खुफिया सूचना के आधार पर उसे रेलवे स्टेशन पर ही गिरफ्तार कर लिया गया. पूछताछ में उसने बताया कि वह 2013 में पाकिस्तान गया था और इसी दौरान ISI के संपर्क में आया था.
पैसों के लालच में किया करार
कैफइतुल्लाह ने पुलिस को बताया कि वह रजौरी में एक 10+2 स्कूल में लाइब्रेरी असिस्टेंट का काम करता है. पाकिस्तान यात्रा के दौरान ISI ने उसे पैसों का लालच दिया था, जिसके एवज में उसने खुफिया जानकारी पड़ोसी मुल्क को सौंपने का करार किया. इसी को अंजाम देने के लिए उसने बीएसएफ और सेना में अपनी पहचान बनानी शुरू की और पीआईओ तक राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ी जानकारी पहुंचाता रहा.
व्हाट्सअप, वाइबर से भेजता था जानकारी
गिरफ्तार एजेंट ने बताया कि वह पीआईओ को ईमेल, व्हाट्सअप और वाइबर के जरिए जानकारी भेजता था. पीआईओ ने उसे सुरक्षा बलों की तैनाती, एयरफोर्स ऑपरेशन आदि की जानकारी मुख्य तौर पर भेजने के लिए कहा था. बीएसएफ में तैनात अब्दुल राशिद कैफइतुल्लाह का रिश्तेदार है. उसने खुफिया जानकारी साझा करने के लिए बीएसएफ जवान को भी लालच दिया. बीएसएफ कांस्टेबल को कैफइतुल्लाह ने अपना मुख्य स्रोत बताया है.