
दिल्ली पुलिस की साइबर सेल ने एक हाई प्रोफाइल गैंग का खुलासा किया है, जो ऑनलाइन धोखाधड़ी के जरिए लोगों को 1 करोड़ रुपये से अधिक का चूना लगा चुका है. पुलिस ने गैंग के दो सदस्यों को गिरफ्तार किया है, जिसमें एक सदस्य अफ्रीकन मूल का विदेशी नागरिक है.
पुलिस ने बदमाशों के पास से एक लैपटॉप, डाटा कार्ड, पेन ड्राइव, 9 मोबाइल फोन और 25 सिम कार्ड बरामद किए हैं. पुलिस ने बताया कि प्रारंभिक जांच में पता चला है कि इस गैंग ने बीते चार महीने के दौरान ऑनलाइन धोखाधड़ी कर आम लोगों के बैंक अकाउंट से 1 करोड़ रुपये से अधिक की रकम लूट ली है.
साइबर सेल के मुताबिक, यह गैंग किसी कम्पनी में काम करने वाले व्यक्ति को उस कम्पनी का CEO बनकर मेल भेजता था और एक बैंक अकाउंट में एक निश्चित राशि जमा कराने के लिए कहता. लेकिन कर्मचारी जब अपनी कंपनी के CEO के अकाउंट में पैसे भेज चुका होता तब जाकर उसे पता लगता कि उसने तो किसी और के अकाउंट में पैसे भेज दिए हैं.
पुलिस के मुताबिक, इसी तरह यह गैंग हाई प्रोफाइल तरीके से लोगों से अपने बैंक अकाउंट में पैसे ट्रांसफर करवा लेता. सबसे हैरान करने वाली बात तो यह है कि गैंग का मास्टरमाइंड अमित गुप्ता मात्र 5वीं तक शिक्षा प्राप्त है. हालांकि अफ्रीकन नागरिक जरूर पेशे से इलेक्ट्रिकल इंजीनियर है.
अफ्रीकन नागरिक टेक्नोलॉजी में एक्सपर्ट है, जो पहले किसी कम्पनी की पूरी डिटेल निकालता फिर उस कम्पनी के CEO के नाम से मेल भेजकर लाखों की चीटिंग करता था. ऐसा ही एक मामला हाल में कालकाजी थाना में आया और उस मामले में चीटिंग का मामला दर्ज किया गया था.
नेहरू प्लेस स्थित एक मल्टी नेशनल कम्पनी के ऑफिसर की तरफ से एक शिकायत मिली कि कम्पनी के CEO की तरफ से करीब 5 लाख रुपये की राशि ट्रांसफर करने के लिए एक स्टाफ को मेल आया . शक होने पर शिकायत आगे पहुंची और जब जांच की तो पता चला कि बदरपुर के एक सरकारी बैंक की शाखा में वह अकाउंट है, जहां रकम ट्रांसफर करने के लिए बोला गया था.
जांच की गई तो पता चला कि फेक आईडी के जरिए यह बैंक अकाउंट खोला गया था. इस बैंक अकाउंट में हुए ट्रांजैक्शन भी संदेहास्पद निकले. फिर साइबर सेल को जांच का जिम्मा सौंप दिया गया. जांच और छानबीन के बाद फरीदाबाद के रहने वाले शख्स अमित गुप्ता को नेहरू प्लेस से गिरफ्तार किया गया.
पूछताछ में अमित गुप्ता ने बताया कि उसने अलग-अलग नामों से कई कागज़ात बना रखे हैं. इन्हीं फर्जी दस्तावेजों के आधार पर उसने कई बैंक अकाउंट भी खोल रखे हैं. धोखाधड़ी से पैसे मंगाने के लिए वह इन्हीं फर्जी बैंक अकाउंट का इस्तेमाल करता और अब तक इन बैंक अकाउंट में एक करोड़ से ज्यादा की रकम कलेक्ट कर चुका है.