
दिल्ली पुलिस ने तीस हजारी कोर्ट में 2 नवंबर को पुलिस और वकीलों के बीच हुई हिंसक झड़प को लेकर गुरुवार को कोर्ट में अपनी जांच को लेकर स्टेटस रिपोर्ट सौंप दी है. दिल्ली पुलिस की ओर से कोर्ट को बताया गया कि इस मामले में पुलिस लगातार जांच कर रही है. पुलिस ने बताया कि सब्जी मंडी पुलिस थाना इस मामले में हर रोज जांच कर रही है. पुलिस ने कहा, उस दिन तीस हजारी कोर्ट में हुई घटना के सीसीटीवी फुटेज भी संभाल कर रखे गए हैं, क्योंकि सीसीटीवी फुटेज इस मामले में अहम सबूत के तौर पर काम कर सकते हैं.
दिल्ली हाईकोर्ट ने शुक्रवार को दिल्ली पुलिस के दो निलंबति पुलिस अधिकारियों को अंतरिम सुरक्षा प्रदान की है. ये दोनों पुलिस अधिकारी कथित तौर पर तीस हजारी परिसर में हुई हिंसा में कथित तौर पर शामिल थे. चीफ जस्टिस डी. एन पटेल और जस्टिस सी. हरिशंकर की अध्यक्षता वाली हाईकोर्ट की पीठ ने निर्देश दिया कि सहायक उपनिरीक्षकों (एएसआई) पवन और कामता प्रसाद के खिलाफ कोई 'कठोर कार्रवाई' नहीं की जाएगी.
पुलिसकर्मियों को अंतरिम सुरक्षा अगली सुनवाई यानी 23 दिसंबर तक के लिए दी गई है. एएसआई पवन कुमार और कामता प्रसाद ने मामले की पूरी जांच होने तक अपने खिलाफ किसी तरह की कठोर कार्रवाई न किए जाने का निर्देश देने के लिए कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था. याचिकाकर्ताओं ने अतिरिक्त मुख्य महानगर दंडाधिकारी जितेंद्र सिंह की ओर से मामले में पारित आदेश को स्थगित करने और उसे रद्द करने की भी मांग की है.