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नोटबंदी में साइबर फ्रॉड को रोकने के लिए दिल्ली पुलिस ने कसी कमर

नोटबंदी को दौरान ऑनलाइन फ्रॉड की बढ़ती आशंका को देखते हुए दिल्ली पुलिस की साइबर क्राइम सेल कमर कस चुकी है. इसके लिए 588 साइबर कॉप अलग-अलग थानों में साइबर फ्रॉड से निपटने के लिए कमर कस चुके हैं. नोटबंदी के बाद देश के विभिन्न हिस्सों में साइबर फ्रॉड की कई घटनाएं सामने आई हैं.

दिल्ली पुलिस की साइबर क्राइम सेल अलर्ट दिल्ली पुलिस की साइबर क्राइम सेल अलर्ट
मुकेश कुमार/राम किंकर सिंह
  • नई दिल्ली,
  • 21 नवंबर 2016,
  • अपडेटेड 8:39 PM IST

नोटबंदी को दौरान ऑनलाइन फ्रॉड की बढ़ती आशंका को देखते हुए दिल्ली पुलिस की साइबर क्राइम सेल कमर कस चुकी है. इसके लिए 588 साइबर कॉप अलग-अलग थानों में साइबर फ्रॉड से निपटने के लिए कमर कस चुके हैं. नोटबंदी के बाद देश के विभिन्न हिस्सों में साइबर फ्रॉड की कई घटनाएं सामने आई हैं.

दिल्ली पुलिस प्रवक्ता दीपेंद्र पाठक ने बताया कि 126 इंस्पेक्टर, 287 एसआई और करीब 336 सिपाही और हवलदार तैयार किए गए हैं. थाने की साइबर टीम में 1 इसंपेक्टर, 2 एसआई और 2 सिपाही या हवलदार होंगे. टीम में एक महिला पुलिस भी होगी. यह टीम वही मामले देखेगी जो इलाके के डीसीपी फॉरवर्ड करेंगे.

बताते चलें कि नोटबंदी के बाद नेट बैंकिंग में तेजी आई है. इसके बाद साइबर क्राइम के जरिए ठगी के लिए भी लोग जुट गए हैं. अपने आपको बैंक अधिकारी बताकर खातों और पिन नंबर की जानकारी चाहने संबंधी फोन की संख्या काफी बढ़ चुकी हैं. देश के कई राज्यों में साइबर फ्रॉड की कई घटनाएं हो चुकी हैं.

आरबीआई पहले ही साफ कर चुका है कि किसी भी बैंक के अधिकारी या कर्मचारी बैंक खाते और एटीएम कार्ड से जुड़ी कोई भी जानकारी ग्राहक से फोन पर नहीं पूछता है. ऐसे में कोई फोन आए तो बैंक से जुड़ी कोई भी जानकारी उससे सांझा नहीं करनी चाहिए. एटीएम कैबिन में पिन नंबर डालते वक्त सावधानी रखनी चाहिए.

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