
पर्यावरण राज्य मंत्री महेश शर्मा ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की उस मांग को लगभग खारिज कर दिया है जिसमें केजरीवाल ने मांग की थी कि दिल्ली में खतरनाक रूप धारण कर चुके प्रदूषण को खत्म करने के लिए शहर के ऊपर हेलीकॉप्टरों से पानी बरसाया जाए. केजरीवाल ने केंद्र सरकार को पत्र लिखकर यह मांग की थी कि वो दिल्ली का प्रदूषण खत्म करने के लिए हेलीकॉप्टरों से पानी बरसाए जाने का इंतजाम करना चाहते हैं.
इस मांग के पीछे केजरीवाल का तर्क यह है कि दिल्ली भयंकर स्मॉग की चपेट में इसीलिए घिरा हुआ है क्योंकि नमी वाली हवा में प्रदूषण घुलकर दिल्ली के ऊपर ठहर गया है. हवा नहीं चलने या बारिश नहीं होने की वजह से यह प्रदूषण दिल्ली के आसमान से छंट नहीं पा रहा है. उनका कहना था कि अगर हेलिकॉप्टर से पानी बरसाया जाता है तो पानी में घुलकर सारा प्रदूषण नीचे आ जाएगा और हवा साफ हो जाएगी.
महेश शर्मा ने केजरीवाल की इस सलाह को लगभग दरकिनार करते हुए कहा है कि इस तरह के अनोखे सुझाव देने से पहले दिल्ली सरकार को चाहिए कि प्रदूषण कम करने के लिए जो आसान और प्रैक्टिकल उपाय हैं उन पर अमल किया जाए. जैसे पब्लिक ट्रांसपोर्ट के लिए बसों की संख्या बढ़ाना, ट्रैफिक को मैनेज करना और इस बात का इंतजाम करना की सड़कों की सफाई मशीनों से इस तरह से की जाएगी धूल ना उड़े और कहीं भी कूड़ा ना जलाया जाए.
केंद्रीय मंत्री शर्मा ने यह भी कहा की प्रदूषण की वजह से दिल्ली में जो बुरा हाल हुआ है उसकी जिम्मेदारी से राज्य सरकारें भी नहीं बच सकती क्योंकि कानून बनाना केंद्र सरकार का काम है लेकिन उसे लागू करना राज्य सरकारों की जिम्मेदारी है. उन्होंने कहा कि केजरीवाल केंद्र सरकार पर उंगली तो उठा रहे हैं लेकिन खुद दिल्ली सरकार ने प्रदूषण को रोकने के लिए जरूरी कदम नहीं उठाए हैं.
हालांकि महेश शर्मा ने खुद ही माना कि दिल्ली में इस वक्त प्रदूषण का स्तर बेहद भयावह हो चुका है जो सेहत के लिए काफी खतरनाक है. गौरतलब है कि महेश शर्मा मंत्री होने के साथ-साथ पेशे से डॉक्टर भी हैं और उन्होंने खुद यह कहा कि जिस स्तर का प्रदूषण इस समय दिल्ली में है उसे बेहद खतरनाक की श्रेणी में ही रखा जा सकता है.
महेश शर्मा ने भी यह कहा कि दिल्ली की यह हालत इसलिए हो गई है क्योंकि हवा में नमी और प्रदूषण मिलकर दिल्ली के ऊपर ठहर गए हैं. उन्होंने कहा कि हरियाणा पंजाब और उत्तर प्रदेश में खेतों में फसल की ठूंठ जलाए जाने के कारण उठने वाला धुंआ भी इस स्थिति के लिए जिम्मेदार है. उन्होंने कहा कि इस बारे में राज्य सरकारों से बात की जा रही है और केंद्र सरकार लगातार स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं. यह भी माना कि अगले एक-दो दिनों तक स्थिति खराब बनी रह सकती है.