
ढोंगी बाबाओं की फेहरिस्त में नया-नया शुमार हुए वीरेंद्र देव दीक्षित के रोहिणी में विजय विहार स्थित आश्रम आध्यात्मिक विश्वविद्यालय के बाहर स्थानीय लोगों ने धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया है. आज दोपहर 11.0 बजे के करीब जैसे ही पुलिस दोबारा इस आश्रम की जांच के लिए पहुंची, स्थानीय लोग इकट्ठा हो गए.
प्रदर्शन कर रहे आश्रम के आस-पास रहने वाले लोग आश्रम और अय्याश बाबा के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की मांग कर रहे हैं. प्रदर्शनकारियों का कहना है कि अगर तत्काल ढोंगी बाबा और आश्रम के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई तो वे अपने धरना प्रदर्शन को और तेज करेंगे.
इस बीच राजस्थान की एक पीड़िता के परिवार की शिकायत पर राजस्थान पुलिस ने विजय विहार स्थित आध्यात्मिक विश्वविद्यालय की तलाशी के लिए सर्च वारंट जारी किया है. गौरतलब है कि गुरुवार को आश्रम पर दिल्ली पुलिस ने DCW और CWC की टीमों के साथ छापेमारी की.
छापेमारी के दौरान ढोंगी बाबा की अय्याशियों का सारा कच्चा चिट्ठा सामने आ गया. छापेमारी के दौरान आश्रम में कैद कर रखी गईं 41 नाबालिग लड़कियों को मुक्त कराया गया और उन्हें हाई कोर्ट के समक्ष पेश किया गया. इस आश्रम में अभी भी 100 से अधिक महिलाएं कैद हैं.
छापेमारी से बाबा की कारगुजारियां सामने आते ही सबके होश उड़ गए. छापेमारी के दौरान आश्रम से पुलिस को ऐसे-ऐसे सबूत मिले हैं, जो कृष्ण का ढोंग रचने वाले इस बाबा वीरेंद्र देव दीक्षित को वहशी साबित कर देंगी. छापेमारी के दौरान पता चला कि यह ढोंगी बाबा अध्यात्म के नाम पर हवस की पाठशाला चला रहा था.
वह आश्रम में कैद महिलाओं और नाबालिग लड़कियों का यौन शोषण करता था. उन्हें नशीली दवाइयां देता था. खुद निर्वस्त्र हो न्यूड महिलाओं से मालिश कराता था. यहां तक पता चला कि खुद को कृष्ण घोषित कर चुके इस बाबा ने 16,000 महिलाओं के साथ यौन संबंध बनाने का लक्ष्य रखा था और वह प्रतिदिन 10 महिलाओं का रेप करता था.
इतना ही नहीं बाबा ने आश्रम के अंदर ही एक और VVIP आश्रम बना रखा था, जो एक गुफा के जरिए मुख्य आश्रम से जुड़ा हुआ था. पुलिस को शक है कि इस गुफा के जरिए मुख्य आश्रम से लड़कियां VVIP आश्रम में बाबा के पास लड़कियां भेजी जाती थीं.
छापेमारी में ढेरों अश्लील वीडियो और किताबें, जोशवर्धक दवाएं और कई आपत्तिजनक सामान मिले. सर्च टीम को विश्वविद्यालय के अंदर से कुछ चिट्ठियां भी मिली हैं, जिन्हें सील कर दिया गया है. हाईकोर्ट में जब यह चिट्ठियां पेश की जाएंगी तो वहशी बाबा की और कारगुजारियां भी सामने आ सकती हैं.
गुरुवार को हाई कोर्ट का आदेश मिलने के बाद शुक्रवार को देशभर के विभिन्न हिस्सों में स्थित इस ढोंगी बाबा के आश्रमों पर छापेमारी की गई. दिल्ली के ही उत्तम नगर में स्थित एक अन्य आश्रम में छापेमारी में भी DCW की टीम को 21 महिलाएं कैद मिलीं , जिनमें 5 नाबालिग लड़कियां शामिल हैं.
उत्तम नगर के आश्रम में कैद महिलाएं बीमार हैं और उनका अलग-अलग अस्पतालों में उपचार चल रहा है. पूछताछ करने पर पता चला कि अलग-अलग आश्रमों में बीमार पड़ने वाली महिलाओं को यहां रखा जाता है और उनका इलाज यहीं चलता है.
शुक्रवार को विजय विहार स्थित आश्रम के अगल-बगल स्थित घरों की भी तलाशी ली गई, जिनमें से कई इमारतें अय्याश बाबा की ही निकलीं. शुक्रवार को विजय विहार के आश्रम में कैद अन्य 150 महिलाओं का मेडिकल करवाया गया. यह मेडिकल रिपोर्ट हाई कोर्ट में पेश की जाएगी और उसके आधार पर महिलाओं को मुक्त करवाया जाएगा.
इस बीच राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (NHRC) ने ढोंगी बाबा के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोप की जांच शुरू करने का फैसला किया है. मानवाधिकार कार्यकर्ता राजहंस बंसल ने एनएचआरसी में बाबा के खिलाफ याचिका दायर की है. NHRC इस संबंध में स्थानीय पुलिस की भूमिका की भी पड़ताल करेगी.
गौरतलब है कि रोहिणी के DCP द्वारा इससे पहले की गई आश्रम की जांच-पड़ताल में कुछ भी सामने नहीं आया था. जिसे लेकर पुलिस की भूमिका पर सवाल उठाए जा रहे हैं. तब DCP ऋषिपाल ने आश्रम की जांच पड़ताल के बाद मीडिया से कहा था कि डेढ़ घंटे की जांच में उन्हें आश्रम के अंदर कुछ भी गलत नहीं मिला. इस बीच उत्तर प्रदेश के बांदा और फर्रुखाबाद में भी ढोंगी बाबा के आश्रमों पर छापेमारी की गई. पुलिस ने वहां रह रहीं सेविकाओं से पूछताछ भी की.