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सचिवालय में हुआ हमला, खेतान बोले: मारो-मारो कहते हुए भीड़ मेरी तरफ दौड़ी

उन्होंने बताया कि 150 लोगों का हुजूम था जो अपने आप में ही चौंकाने वाली बात है. मैं लिफ्ट का वेट कर रहा था तभी 30 से 35 लोग मारो-मारो के नारे लगाते हुए आए.

AAP ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर लगाया आरोप AAP ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर लगाया आरोप
जावेद अख़्तर/पंकज जैन
  • नई दिल्ली,
  • 20 फरवरी 2018,
  • अपडेटेड 6:20 PM IST

आम आदमी पार्टी ने इस संबंध में प्रेस कॉन्फ्रेंस की. AAP नेता आशीष खेतान ने सचिवालय में अपने साथ हुई बदसलूकी का खुलासा किया. उन्होंने बताया कि बड़ी संख्या में लोगों के हुजूम ने मारो-मारो की नारेबाजी की.

उन्होंने बताया, '150 लोगों का हुजूम था जो अपने आप में ही चौंकाने वाली बात है. मैं लिफ्ट का वेट कर रहा था तभी 30 से 35 लोग मारो-मारो के नारे लगाते हुए आए.

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खेतान ने बताया, '30 लोग मेरी तरफ भागे और भारतीय जनता पार्टी जिंदाबाद के नारे लगाए गए. पीछे की लिफ्ट में भीड़ ने अंदर आने की कोशिश की. मेरे स्टाफ को चोट आई है, लिफ्ट ऑपरेट कर रहे शख्स को मुक्के मारे गए.'

खेतान ने बताया कि ये घटना दोपहर 1 बजे के आसपास की है. उन्होंने बताया कि मेरे ऊपर हमला करने के बाद इमरान हुसैन पर हमला किया गया.

उन्होंने कहा कि मेरे साथ मेरा स्टाफ था जिन्होंने मुझे बचाने की पूरी कोशिश की. इस पूरे घटनाक्रम में मेरे स्टाफ वालों को चोट आई है.

मंत्री इमरान हुसैन से भी मारपीट

आशीष खेतान ने आरोप लगाया कि सचिवालय में मंत्री इमरान हुसैन के साथ मारपीट की गई. उन्होंने ये भी कहा कि दिल्ली सचिवालय जहां से सरकार चलती है, जहां पर CM बैठते हैं, वहां दिल्ली पुलिस द्वारा उन गुंडों को हटाने के लिए कोई कदम नहीं उठाया गया.

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खेतान ने दिल्ली पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा, 'मुझे बचाने के लिए भी पुलिस ने कोई एक्शन नहीं लिया, सारी फुटेज CCTV में है. दिल्ली पुलिस बताए कि अब तक क्या कार्यवाही की है? उन्होंने साफ आरोप लगाया कि दिल्ली   सरकार को अस्थिर करने की साजिश की जा रही है.

गृहमंत्री के ट्वीट पर भी सवाल

आम आदमी पार्टी ने इस संबंध में गृहमंत्री राजनाथ सिंह की तरफ से किए गए ट्वीट पर भी सवाल उठाए. उन्होंने कहा कि देश के गृह मंत्री ने अपने ट्वीट में ही फैसला कर लिया की कौन दोषी है. आप ने कहा कि गृहमंत्री को पहले निस्पक्ष जांच करनी चाहिए थी.

राजनाथ सिंह ने ट्वीट में लिखा था कि दिल्ली सरकार के मुख्य सचिव के साथ जो हुआ, वो बेहद दुखद है. उन्होंने ये भी लिखा कि नौकरशाहों को सम्मान और भयमुक्त तरीके से काम करने देना चाहिए.

मनीष सिसोदिया ने भी दी सफाई

दिल्ली के उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि मुख्य सचिव के आरोप बेबुनियाद हैं. उन्होंने सचिवालय में मारपीट की घटना की भी निंदी की. सिसोदिया ने कहा, 'दिल्ली सचिवालय में बीजेपी के गुंडों से प्रदर्शन कराया जा रहा है. कर्मचारियों को भड़काकर दिल्ली सरकार के काम को रोकने की कोशिश हुई है.'

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बता दें कि सोमवार देर रात दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अपने आवास पर बैठक बुलाई थी. इस बैठक में मुख्य सचिव अंशु प्रकाश भी शामिल हुए थे. उन्होंने इस बैठक के दौरान आम आदमी पार्टी के दो विधायकों पर बदसलूकी करने का आरोप लगाया है. हालांकि, आप विधायक प्रकाश ने मुख्य सचिव पर जातिसूचक शब्द इस्तेमाल करने का आरोप लगाया है. साथ ही दिल्ली के मुख्यमंत्री कार्यालय ने सभी आरोपों को नकारते हुए  कहा कि बैठक में अधिकारियों और विधायकों के बीच सिर्फ बहस हुई.

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