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गर्मी में बढ़ी मुश्किल, 25 अप्रैल को 41 डिग्री तक पहुंच जाएगा पारा

मौसम विभाग की मानें तो अभी स्ट्रांग विंड्स चल रही हैं, जिसके चलते लोगों को इतनी तपिश महसूस हो रही है. आमतौर पर विंड्स यानी हवा का बहाव 5 से 7 किलोमीटर प्रति घंटा होता है लेकिन इन दिनों ये 30 से 35 किलोमीटर प्रति घंटा हो गई है.

प्रतीकात्मक तस्वीर प्रतीकात्मक तस्वीर
सना जैदी/स्मिता ओझा
  • नई दिल्ली,
  • 19 अप्रैल 2018,
  • अपडेटेड 8:03 PM IST

दिल्ली में बढ़ती गर्मी ने अभी से ही अपना रंग दिखाना शुरू कर दिया है. गर्मी का आगाज़ अभी पूरी तरह हुआ भी नहीं और तेज धूप में लोगों का घरों से निकलना मुश्किल हो गया है. मौसमी बीमारियों ने भी दस्तक दे दी है.

मौसम विभाग की मानें तो अभी स्ट्रांग विंड्स चल रही हैं, जिसके चलते लोगों को इतनी तपिश महसूस हो रही है. आमतौर पर विंड्स यानी हवा का बहाव 5 से 7 किलोमीटर प्रति घंटा होता है, लेकिन इन दिनों ये 30 से 35 किलोमीटर प्रति घंटा हो गई है.

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41 डिग्री तक पहुंच जाएगा पारा

मौसम वैज्ञानिक कुलदीप श्रीवास्तव की मानें तो आग उगलते सूरज से राहत मिलने की उम्मीद तो नहीं है लेकिन वेस्टर्न डिस्टर्बेंस के चलते आने वाले एक से दो दिनों में दिल्ली एनसीआर में हल्की बूंदा-बांदी हो सकती है, जिससे तापमान में थोड़ी गिरावट तो होगी लेकिन उसके तुरंत बाद फिर तापमान बढ़ेगा. पिछले साल के मुकाबले इस साल फरवरी और मार्च के महीने में तापमान 2 से 3 डिग्री ज्यादा रहा लेकिन अप्रैल के महीने में स्ट्रांग विंड्स के चलते फिर भी राहत रही. मौसम विभाग के मुताबिक इस महीने की 25 तारीख को पारा 41 डिग्री तक पहुंच जाएगा, जो अब तक का सबसे गर्म दिन साबित होगा.

इन बातों का रखें ध्यान

दिल्ली-एनसीआर में तेज धूप और तपा देने वाली गर्मी ने लोगों का जीना मुहाल किया हुआ है. दूर दराज से आए लोगों को भी मौसमी बीमरियों ने चपेट में ले लिया है. डॉक्टर केके अग्रवाल का कहना है कि बीमारियों से बचने के लिए सही खान-पान सबसे ज्यादा जरूरी है. ज्यादा पानी पीना, मौसमी फल और सब्जियों का सेवन ही इस मौसम में सेहतमंद रहने में मददगार साबित होगा.

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वहीं गर्मियां शुरू होते ही दिल्ली के कई इलाकों में पानी की किल्लत शुरू हो जाती है, जिससे बचने के लिए लोग पानी स्टोर करना शुरू कर देते हैं जो और भी ज्यादा खतरनाक होता है. स्टोर किया हुआ पानी बीमारियों की जड़ है, टाइफाइड, डायरिया और पेट की अन्य बीमारियां गंदे पानी की ही देन हैं. इसलिए ये जरूरी है कि जितना हो सके फ्रेश पानी का ही सेवन करें.

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