
दिल्ली में नए आदेश के बाद बुधवार रात 10 साल पुरानी डीजल गाड़ियों को जब्त किया, जिसके बाद गुरुवार सुबह ट्रांसपोर्टरों का गुस्सा फूट पड़ा. एनएच-1 पर संजय गांधी ट्रांसपोर्ट नगर के ट्रांसपोर्टरों ने इस बाबत विरोध प्रदर्शन किया ओर हाईवे जाम कर दिया.
ट्रांसपोर्टरों का कहना है कि उन्होंने टैक्स, पॉल्यूशन, परमिट, फिटनेस के पैसे एडवांस जमा करवा रखें है. ऐसे में अचानक पाबंदी गलत है.' ट्रांसपोर्टरों का कहना है उन्हें समय दिया जाना चाहिए और अगर ऐसा नहीं होता है तो वे देशभर में आंदोलन करेंगे.
ट्रांसपोर्टरों का गुस्सा साफ तौर पर एनजीटी के उस आदेश के खिलाफ है, जिसमें राष्ट्रीय राजधानी से 10 साल पुरानी डीजल गाड़ियों को हटाने की बात कही गई है. ट्रांसपोर्ट फेडरशन ऑफ इंडिया के वाइस प्रेसिडेंट अजय मैनी का कहना है की गाड़ियों को खत्म करना समस्या का समाधान नहीं है. दुनिया में इस तरह का आदेश कहीं नहीं है. इसके लिए तकनीक लाए जाने की जरूरत है. इस निर्णय से न सिर्फ लाखों लोग बेरोजगार होंगे बल्कि महंगाई भी बढ़ेगी.