
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग द्वारा उपलब्ध कराए गए आंकड़े अपर्याप्त पाने के बाद दिल्ली यूनिवर्सिटी ने मौसम संबंधी तमाम जानकारियों के लिए अपना मौसम केन्द्र (वेदर स्टेशन) बनाया है.
डीयू में पीजी कोर्स के लिए एडमिशन 1 अप्रैल से
यूनिवर्सिटी ने यह भी दावा किया कि यह मौसम केन्द्र भारत में किसी एजुकेशनल इंस्टीट्यूट द्वारा स्थापित किए जाने वाला अपने तरह का पहला सेंटर है. इसमें अन्य निगरानी स्टेशन की तरह तापमान, आर्द्रता, वायु गति, बारिश की मात्रा और दाब को रिकॉर्ड किया जाएगा.
शॉर्ट टर्म कोर्स कराएगा IIT खड़गपुर
डीयू के ज्योग्राफी डिपार्टमेंट के प्रमुख डाक्टर आरबी सिंह ने कहा, ‘आईएमडी सार्वजनिक मौसम आंकड़े जुटाने वाली एकमात्र एजेंसी है और दिल्ली के लिए जानकारी लेने के लिए उसके केवल दो स्टेशन पालम और सफदरजंग में हैं. इसलिए, कई क्षेत्रों के लिए, डेटा वास्तविक नहीं बल्कि अनुमानित होता है.’ उन्होंने कहा कि वैज्ञानिकों और अनुसंधानकर्ताओं के लिए सूक्ष्म जलवायु और जलवायु परिवर्तन की स्टडी करना मुश्किल होता है क्योंकि कुछ इलाकों का डेटा अनिश्चित होता है.
सिंह ने कहा कि विदेशों में लोग घर से बाहर निकलने से पहले मौसम की जानकारी लेते हैं और उसी के अनुसार ऐहतियात बरतते हैं. यह चीज यहां संभव नहीं है क्योंकि डेटा सटीक नहीं है और इसलिए मौसम का पूर्वानुमान सटीक नहीं होता है.
यह मौसम केन्द्र तीन लाख रूपये की लागत से ‘दिल्ली स्कूल ऑफ इक्नॉमिक्स’ की छत पर स्थापित किया गया है.
-इनपुट भाषा से