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डीयू में इस बार खेल कोटे में 10 हजार से अधिक आवेदन आए हैं, जिनमें तकरीबन चार हजार आवेदन खारिज कर दिए गए हैं. आवेदन कैंसिल करने की वजह ज्यादातर स्टूडेंट्स के सर्टिफिकेट का फर्जी होना है.
पहली बार दिल्ली यूनिवर्सिटी में इतनी बड़ी संख्या में गड़बड़ी सामने आई है. आपको बता दें कि खेल परिषद ने इन आवेदनों का अयोग्य करार दे दिया गया है. इनमें किसी में हस्ताक्षर में गड़बड़ी तो कोई निजी संस्था की ओर से जारी सर्टिफिकेट था. सबसे ज्यादा गड़बड़ी फुटबॉल के सर्टिफिकेट में पाई गई.
हैरान कर देने वाली बात यह है कि अपलोड किए सर्टिफिकेट में से कई आवेदन नेताओं की ओर से सिफारिश वाले थे. इतनी बड़ी संख्या में गड़बड़ी मिलने से डीयू की पुरानी व्यवस्था पर सवाल उठ रहे हैं. दरअसल, इस बार प्रक्रिया में बदलाव हुआ. अब कॉलेज अपने स्तर पर ट्रायल व जांच नहीं कर रही है बल्कि डीयू की खेल परिषद अपने स्तर पर सर्टिफिकेट की जांच कर रही है. पिछले साल तक कॉलेज ट्रायल के दौरान सर्टिफिकेट जांचते थे.