
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के 3 अन्य मंत्रियों के साथ एलजी ऑफिस में जारी धरने को देश के 4 मुख्यमंत्रियों की ओर से समर्थन किए जाने को लेकर केंद्रीय राज्य मंत्री विजय गोयल ने इसे दुर्भाग्यपूर्ण बताया है.
विजय गोयल ने पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी, केरल के सीएम पी. विजयन, कर्नाटक के सीएम कुमारस्वामी और आंध्र प्रदेश के सीएम चंद्रबाबू नायडू को पत्र लिखकर सवाल उठाया है कि दिल्ली के राजनीतिक संकट के तथ्यों को बिना जाने वो दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल के साथ क्यों खड़े हो गए?
गोयल ने आरोप लगाया कि ये चारों मुख्यमंत्री दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल के तथाकथित धरने में नीति आयोग की बैठक की आड़ में अनावश्यक रूप से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इसमें घसीटने की कोशिश की, जबकि उनको पता होना चाहिए था कि दिल्ली में तीन साल तक आम आदमी पार्टी ने पूर्ण राज्य का दर्जा दिए जाने को लेकर कोई बात नहीं की. और अब इसके लिए आंदोलन कर रहे हैं.
उन्होंने कहा कि पूर्ण राज्य का दर्जा देना उपराज्यपाल के हाथ में नहीं है, फिर भी उपराज्यपाल के दफ्तर पर कब्जा कर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का धरना देना कितना उचित है?
गोयल ने कहा कि चारों मुख्यमंत्री इस बात का क्या जवाब देंगे कि रात के 12 बजे अपने घर बुलाकर मुख्यमंत्री केजरीवाल के इशारे पर दिल्ली के मुख्य सचिव के साथ अभद्र व्यवहार किया जाता है और पिटाई की जाती है. उन्होंने कहा कि उन्हें हैरानी हुई कि चारों मुख्यमंत्री इस बात को जानते हुए कि केजरीवाल लगातार दूसरी पार्टियों के नेताओं को अपमानित करते हैं, गाली-गलौज करते हैं, झूठे आरोप लगाते हैं फिर भी वो केजरीवाल का समर्थन कर रहे हैं?
मुख्य सचिव से माफी मांगें CM
विजय गोयल ने कहा कि केंद्रीय मंत्रियों अरुण जेटली, नितिन गडकरी के अलावा अकाली दल के नेता मजीठिया से भी माफी मांगने वाले केजरीवाल कांग्रेस के नेता कपिल सिब्बल पर भी ऐसे आरोप लगाकर उनसे माफी मांग चुके हैं, ऐसे में अगर उनको अफसरों की इतनी चिंता हो रही है तो वो मुख्य सचिव से भी माफी मांग लें.
गोयल ने कहा कि वे तर्क दे रहे हैं कि मुख्य सचिव की पिटाई का मामला तो कोर्ट में है तो फिर कोर्ट में तो अरुण जेटली, नितिन गडकरी और मजीठिया के मामले भी थे, तो फिर उनसे क्यों माफी मांगी गई?