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भड़काऊ भाषण पर घिरी दिल्ली पुलिस, हाई कोर्ट ने कहा- दफ्तर में टीवी लगे हैं ना!

दिल्ली हिंसा के मसले पर बुधवार को दिल्ली हाईकोर्ट में सुनवाई हुई. इस दौरान जब सॉलिसिटर जनरल ने अदालत को बताया कि उन्होंने कपिल मिश्रा के बयान नहीं सुने हैं तो अदालत ने हैरानी व्यक्त की.

BJP नेता कपिल मिश्रा के बयान पर भड़का HC (फाइल) BJP नेता कपिल मिश्रा के बयान पर भड़का HC (फाइल)
अनीषा माथुर/पूनम शर्मा
  • नई दिल्ली,
  • 26 फरवरी 2020,
  • अपडेटेड 3:17 PM IST

  • दिल्ली हिंसा पर हाई कोर्ट में सुनवाई
  • SG बोले- मैं टीवी नहीं देखता
  • SG के बयान पर HC ने जताई सख्ती

राजधानी दिल्ली में हुई हिंसा को लेकर बुधवार को दिल्ली हाईकोर्ट में सुनवाई हुई. इस दौरान हाई कोर्ट ने पुलिस को फटकार लगाई और भड़काऊ भाषणों पर एक्शन ना लेने का कारण पूछा. जब अदालत में सुनवाई के दौरान भारतीय जनता पार्टी के नेता कपिल मिश्रा के बयान पर चर्चा हुई तो सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने कोर्ट को बताया कि वो टीवी नहीं देखते हैं, इसलिए उन्होंने ये बयान ही नहीं सुना है. SG के इस तर्क पर हाईकोर्ट के जस्टिस एस मुरलीधर ने सख्ती बरती और कोर्ट में सभी के सामने वीडियो चलवाया.

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कपिल मिश्रा के बयान पर चर्चा के दौरान हाई कोर्ट में हुई सुनवाई...

HC: क्या पुलिस कमिश्नर की इसपर एक्शन लेने की कोई जिम्मेदारी नहीं है?

SG: मैं इस बारे में शर्मिंदा हूं, प्लीज़ मुझे निर्देश देने के लिए समय दें.

HC: लेकिन हम चाहते हैं कि एक कानून का अफसर होने के नाते आप हमें बताएं कि FIR दर्ज क्यों नहीं हुई?

SG: मैं कोई अप्रिय स्थिति नहीं चाहता.

HC: लेकिन बाहर स्थिति काफी अप्रिय है. इस मसले पर कोर्ट को जानकारी दें, हम सिर्फ आपके कथन पर फोकस किए हुए हैं.

SG: कोई भी बयान बाहर जाकर किसी तरह की स्थिति पैदा कर सकते हैं.

HC: आप कोर्ट के अफसर हैं, संवैधानिक पद पर हैं. आप हमें बताएं.

SG: केस के तथ्यों की जानकारी हुए बिना मैं कोई बयान नहीं देना चाहता हूं. मुझे इसकी जानकारी नहीं है कि क्या कोई FIR दर्ज हुई है या नहीं? निर्देश लेने के लिए मुझे एक दिन का समय दें. इसमें केंद्र सरकार का भी पक्ष है.

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HC: अगर आप खुद को केंद्र सरकार, राज्य सरकार या दिल्ली पुलिस का पक्षकार समझते हैं लेकिन उससे इतर हम आपसे एक कानूनी अफसर होने के नाते पूछ रहे हैं. पूरी याचिका भाषणों के वीडियो पर आधारित है.

SG: मैं टीवी नहीं देखता हूं, मैंने ये वीडियो नहीं देखे हैं.

HC: अपने पुलिस अफसरों को यहां पर मौजूद रहने के लिए कहें, उनसे पूछें कि क्या उन्होंने वीडियो देखा है. कोई भी सीनियर अफसर हमें बताए कि किसने वीडियो देखे हैं. क्या तीनों लोगों से जुड़े वीडियो किसी ने देखे हैं?

DCP: हमने कपिल मिश्रा से जुड़े हुए कोई वीडियो नहीं देखे हैं.

HC: क्या आप हमें सच में ये कह रहे हैं कि आपने कोई वीडियो ही नहीं देखा है? दिल्ली पुलिस के इस पक्ष पर मैं हैरान हूं, मुझे उम्मीद है कि आपके कमिश्नर दफ्तर में कई टीवी होंगे. हम अभी यहां पर सभी वीडियो चलाएंगे और आपको देखना होगा.

इसे पढ़ें: दिल्ली हिंसा: HC ने देखा कपिल मिश्रा, अनुराग ठाकुर और प्रवेश वर्मा का वीडियो, पुलिस को फटकार

गौरतलब है कि बीते दिनों बीजेपी नेता कपिल मिश्रा ने एक बयान दिया था, जिसके बाद से ही दिल्ली में स्थिति बिगड़ती गई. जाफराबाद मेट्रो स्टेशन के पास जो धरना प्रदर्शन जारी था, उसके खिलाफ कपिल मिश्रा ने बयान दिया कि अगर तीन दिनों में ये धरना खाली नहीं हुआ तो हम सड़कों पर उतरेंगे और फिर दिल्ली पुलिस की भी नहीं सुनेंगे. कपिल मिश्रा जब ये बयान दे रहे थे, तब दिल्ली पुलिस के अफसर भी उनके साथ खड़े थे.

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