
दिल्ली हिंसा में हेड कॉन्स्टेबल रतन लाल समेत 5 लोगों की मौत हो गई है. 8 लोग गंभीर रूप से घायल हैं. जबकि कुल घायलों की संख्या 100 से ज्यादा है. घायलों को इलाज के लिए जीटीबी समेत दूसरे अस्पतालों में भर्ती कराया गया है.
उत्तर-पूर्वी दिल्ली में इस घटनाक्रम की शुरुआत शनिवार रात से हुई, जब CAA के विरोध में कुछ महिलाओं ने प्रदर्शन शुरू कर दिया और मेट्रो स्टेशन के नीचे बैठकर धरना देने लगीं.
दिल्ली में हुई हिंसा का सिलसिलेवार विवरण हम आपको बताते हैं.
22 फरवरी
वक्त- रात के 10.30 बजे
उत्तर-पूर्वी दिल्ली के जाफराबाद मेट्रो स्टेशन के नीचे CAA के विरोध में धीरे-धीरे महिलाओं की भीड़ जुटनी शुरू हुई. महिलाओं ने स्टेशन के नीचे एक तरफ की सड़क को जाम कर दिया और विरोध-प्रदर्शन शुरू हो गया.
तारीख 23 फरवरी
वक्त-सुबह के 9 बजे
जाफराबाद मेट्रो स्टेशन के नीचे की सड़क बंद हो जाने से ट्रैफिक की आवाजाही पर असर पड़ा जिससे लोगों की मुश्किलों का सामना करना पड़ा. हालात को देखते हुए पुलिस ने प्रदर्शनकारियों से सड़क खोलने को कहा. पुलिस ने कहा कि उन्हें राजघाट तक मार्च करने की इजाजत नहीं दी जा सकती है.
इस बीच बीजेपी नेता कपिल मिश्रा 23 फरवरी दोपहर को ने ट्वीट कर लोगों से सीएए के समर्थन में मौजपुर चौक पर जमा होने की अपील की.
23 फरवरी
वक्त- 3.30-4 बजे
सीएए समर्थकों की भीड़ के बीच कपिल मिश्रा ने भड़काऊ भाषण दिया. पुलिस को 3 दिन के भीतर सड़क खुलवाने का अल्टीमेटम दिया.
23 फरवरी
वक्त 3.45-4 बजे
मौजपुर चौक पर बाबरपुर (श्मशान वाली गली) इलाके प्रदर्शनकारियों ने सीएए समर्थकों पर पत्थर बरसाने शुरू कर दिए.
23 फरवरी
वक्त 4-5 बजे
मौजपुर, मौजपुर चौक, करावल नगर, बाबरपुर और चांद बाग इलाके में हिंसा और बवाल शुरू हो गया. पुलिस ने लाठी चार्ज किया, अर्द्धसैनिक बलों को बुलाया गया.
23 फरवरी
रात 7-8.30 बजे
कुछ देर के लिए शांति रही, लेकिन थोड़ी देर बाद हिंसा फिर भड़क उठी.
23 फरवरी
रात 9-11 बजे
करावल नगर, मौजपुर, बाबरपुर और चांदबाग के इलाके में उपद्रवी फिर आपस में भिड़ गए. उपद्रवियों ने कई वाहनों और दुकानों को आग के हवाले कर दिया.
तारीख 24 फरवरी
वक्त- सुबह 10 बजे
जाफराबाद में प्रदर्शन जारी रहा.
23 फरवरी की रात पुलिस ने हालात पर काबू पाने का दावा किया. लेकिन 24 फरवरी की सुबह 10 बजे सीएए समर्थक प्रदर्शन करते हुए सीएए विरोधियों के नजदीक पहुंच गए और नारेबाजी करने लगे. CAA समर्थकों ने जाफराबाद से प्रदर्शनकारियों को हटाने की मांग की.
24 फरवरी
वक्त दोपहर 12-1.30 बजे
दोपहर होते-होते बाबरपुर इलाके में पत्थरबाजी शुरू हो गई. नकाब पहने और हाथ में तलवार लहराते हुए उपद्रवी सड़कों पर उतर आए. पैरा मिलिट्री फोर्सेज को बुलाया गया, आंसू गैस के गोले दागे गए, लेकिन महिलाओं ने पानी से भरी बाल्टी फेंक कर आंसू गैस के असर को कम कर दिया. करावल नगर, शेरपुर चौक और गोकुलपुरी में भी हिंसा हुई. पुलिस ने लाठी चार्ज किया. कर्दमपुरी में जबर्दस्त पत्थरबाजी की घटना हुई.
पढ़ें- दिल्ली हिंसा में अबतक 5 की मौत, मौजपुर और ब्रह्मपुरी में फिर से पत्थरबाजी शुरू
24 फरवरी
वक्त 2.30-3.30 बजे
भजनपुरा में बस समेत कई वाहनों को आग के हवाले कर दिया. पेट्रोल पंप में भी आग लगा दी गई. हिंसा में एक पुलिसकर्मी की मौत हो गई जबकि डीसीपी घायल हो गए.
24 फरवरी
समय-3.50 बजे से 6 बजे
कर्दमपुरी में उपद्रवियों और अर्द्धसैनिक बलों के बीच झड़प
24 फरवरी
वक्त 7.30-8 बजे
सुबह से शुरू हुआ हिंसा का दौर रुक-रुक कर रात तक चलता रहा. गोकलपुरी इलाके में टायर मार्केट को उपद्रवियों ने आग के हवाले कर दिया.टायर की दुकानें धू-धू कर जलने लगीं. बगल में स्थित स्कूलों को भी नुकसान पहुंचा.
24 फरवरी
रात 10 बजे
देर रात तक हिंसा और बवाल जारी रहा.रात करीब 10 बजे मौजपुर और घोंडा चौक भी हिंसा और बवाल शुरू हो गया.
25 फरवरी
सुबह
दिल्ली में मंगलवार को भी हिंसा जारी रही. 25 फरवरी की सुबह सुबह उपद्रवियों ने पांच मोटरसाइकिल को जला दिया. मंगलवार सुबह भी मौजपुर और ब्रह्मपुरी इलाके में पत्थरबाजी की घटना हुई है.