
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गुरुवार को नोटबंदी तथा वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) के मुद्दे को कुरदते हुए कहा कि नोटबंदी ‘‘सबसे बड़ी आपदा’’ रही तो नई कर व्यवस्था ‘‘एक बड़े करतब’’ की तरह है.
उन्होंने अपने ट्विटर हैंडल में लिखा, ‘‘जैसा कि मैंने पहले भी कहा है कि नोटबंदी सबसे बड़ी आपदा है. इसने देश की अर्थव्यवस्था को पूरी तरह से बर्बाद कर दिया है. इसके अलावा जीएसटी भी एक बड़ी भारी करतब की तरह है.’’ इससे पूर्व बनर्जी ने जीएसटी लागू किये जाने को केन्द्र सरकार की नोटबंदी के बाद की एक और ‘ऐतिहासिक भूल’ करार दिया था.
उन्होंने जीएसटी को जल्दी में लाये जाने का दावा करते हुए मांग की कि नयी कर व्यवस्था के मामले में जांच होनी चाहिये. उन्होंने कहा, ‘‘सरकार ने बगैर उपयुक्त योजना बनाये इसे जल्दबाजी में क्यों शुरू किया. सभी आम लोग और सारे व्यापारी इसके घोर भुक्तभोगी हैं. गहन जांच की जरूरत है.’’
बीजेपी को खुश करने को बेताब हैं मुकुल रॉय: TMC
तृणमूल कांग्रेस नेतृत्व ने निलंबित पार्टी नेता मुकुल रॉय पर बीजेपी को खुश करने के लिए बेताब होकर कोशिश करने का आरोप लगाया और इसके लिए उन पर चुटकी ली.
ममता बनर्जी के अगुवाई वाले दल ने कहा कि पार्टी ने 1998 में बीजेपी के साथ गठबंधन किया था क्योंकि तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने देश के नेतृत्व के लिए पार्टी की राजनीति से ऊपर उठकर काम किया था.
तृणमूल कांग्रेस महासचिव पार्थ चटर्जी ने कहा कि किसी को वाजपेयी जैसे राजनेता और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह को लेकर भ्रमित नहीं होना चाहिए.
रॉय ने बुधवार को बीजेपी को एक धर्मनिरपेक्ष पार्टी करार देते हुए कहा था कि शुरुआती दिनों में राष्ट्रीय स्तर पर भारतीय जनता पार्टी के समर्थन के बगैर पार्टी को सफलता नहीं मिलती.