
आज पहली तारीख है, सैलरी मिलने का दिन. ज्यादातर कंपनियां महीने की शुरुआत में पहली तारीख को ही सैलरी देती हैं. कुछ कंपनियों ने तो कल ही यानी पिछले महीने के अंत में ही सैलरी कर्मचारियों के बैंक खाते में ट्रांसफर कर दी है. लोगों के अकाउंट में आज पैसा आते ही कैश निकालने की खूब मारामारी होने लगी है. बैंकों और एटीएम में भारी भीड़ है और भीड़ के चलते बैंक कर्मचारी डरे हुए हैं. कई बैंकों के कर्मचारियों ने पुलिस सुरक्षा की मांग की है.
दस दिन तक रहेगा तनाव
इंडियन एक्सप्रेस की एक खबर के अनुसार बैंक यूनियन ने चेतावनी दी है कि अगले एक हफ्ते से दस दिन तक 'काफी तनाव भरे हो सकते हैं और पर्याप्त कैश न होने से से कानून-व्यवस्था की भी गंभीर समस्या हो सकती है.' वेतनभोगी कर्मचारियों और पेंशनरों द्वारा बैंकों में भारी संख्या में पहुंचने के आसार को देखते हुए रिजर्व बैंक ने पहले से ही कुछ तैयारी कर रखी है. जनधन खाते से निकासी की दस हजार रुपये की सीमा तय कर दी गई है. बिना केवाईसी वाले जनधन खाते से हर महीने सिर्फ पांच हजार रुपये निकाले जा सकते हैं.
कानून-व्यवस्था की होगी समस्या
अभी कई बैंक शाखाओं में 500 के नए नोट ही नहीं पहुंचे हैं, 100 के नोट तो पहले से ही काफी कम हैं और दो हजार के नोट लोग लेना नहीं चाहते. कानून-व्यवस्था की समस्या उत्पन्न होने की आशंका को देखते हुए इंडियन बैंक्स एसोसिएशन ने बैंकों से कहा है कि वे अपनी सभी शाखाओं में कर्मचारियों को पर्याप्त सुरक्षा प्रदान करें. बैंकों का कहना है कि उन्हें अपनी दैनिक जरूरत के आधे से भी कम करेंसी मिल पा रही है. प्रति सप्ताह 24,000 कैश निकालने की इजाजत के बावजूद कई बैंकों ने अपने स्तर पर इस सीमा में कटौती की है.