
बिहार में उद्योग को प्रोत्साहन देने के लिए पटना में राज्य सरकार जल्द एपरल और टेक्सटाइल पार्क खोलेगी. इस बात की घोषणा उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने गुरुवार को पटना के ज्ञान भवन में की. वे यहां बिहार गारमेंट्स एसोसिएशन द्वारा आयोजित तीन दिवसीय रेडीमेड गारमेंट्स मेला के उद्घाटन समारोह में पहुंचे थे.
मोदी ने ऐलान किया कि राज्य सरकार बहुत जल्द एपरल और टेक्सटाइल पार्क पटना से 30 किलोमीटर दूर बिहटा में खोलेगी, जिसके लिए राज्य सरकार ने 115 एकड़ जमीन अधिसूचित कर दिया है. मोदी ने कहा कि बिहार की नई औद्योगिक प्रोत्साहन नीति के अंतर्गत राज्य सरकार ने वस्त्र निर्माण, टेक्सटाइल, लेदर, आईटी और फूड प्रोसेसिंग के क्षेत्र में निवेश को सबसे अधिक प्राथमिकता दी है.
उद्घाटन समारोह के दौरान बोलते हुए सुशील मोदी ने कहा कि बिहार में निवेशकों को जमीन के निबंधन और कन्वर्जन में जहां 60% की छूट दी जाएगी वहीं बैंक ऋण की ब्याज पर सरकार 10% अनुदान देगी. इसके अलावा सरकार एसजीएसटी की 100 प्रतिशत पुनर्भुगतान, ईपीएफ और ईएसआई की 50% राशि तथा बिहार के लोगों को रोजगार देने पर प्रशिक्षण के लिए प्रति कर्मचारी 20 हजार का अनुदान देगी.
मोदी ने कहा कि जीएसटी के अंतर्गत कंपोजीशन स्कीम में शामिल उत्पादकों को अब एक करोड़ तक के टर्नओवर पर 2% की जगह मात्र 1% ही कर देना होगा. रेडीमेड वस्त्र निर्माताओं से बिहार में निवेश करने की अपील करते हुए मोदी ने कहा कि इस क्षेत्र में रोजगार की काफी संभावना है. मोदी ने कहा कि मुंबई, बेंगलुरु और त्रिपुर सहित देश की अन्य जगहों पर रेडीमेड वस्त्र उद्योग में काम करने वाले 90% मजदूर बिहार के हैं. मोदी ने कहा कि पटना भी रेडीमेड गारमेंट के हब के रूप में विकसित किया जा सकता है.