
हरियाणा पुलिस की SIT टीम ने शुक्रवार को हनीप्रीत और डेरा सच्चा सौदा की चेयरपर्सन विपश्यना से लगभग 5 घंटे तक बंद कमरे में पूछताछ की. इस दौरान दोनों पहले एक दूसरे को देखकर भावुक होकर गले लग गईं. वहीं पुलिस की पूछताछ के दौरान कई सवालों पर दोनों के बीच तीखी तकरार भी हुई. पूछताछ करने वाले अधिकारियों ने दोनों का शांत कराया. इससे पहले गुरुवार को अस्थमा अटैक की वजह से विपश्यना पूछताछ में शामिल नहीं हो पाई थी.
एसआईटी को पता चला कि 25 अगस्त को पंचकूला में हुई हिंसा की तैयारियों को लेकर 17 अगस्त को जो बैठक सिरसा डेरे में हुई थी, उसमें डेरा प्रबंधन समिति की चेयरपर्सन विपश्यना इंसा भी शामिल थी. ये खुलासा खुद हनीप्रीत ने शुक्रवार को पूछताछ में किया.
हरियाणा पुलिस की एसआईटी ने शुक्रवार को हनीप्रीत और विपश्यना इंसा को आमने-सामने बैठाकर घंटों पूछताछ की. इस दौरान दोनों के बीच कई मुद्दों पर जमकर तकरार हुई.
पुलिस सूत्रों के मुताबिक जब हनीप्रीत ने विपश्यना इंसा पर 17 अगस्त की बैठक में शामिल होने का आरोप लगाया तो वह भड़क गई और इस बात से साफ इनकार कर दिया. उसने कहा कि वह ऐसी किसी बैठक में शामिल नहीं हुई थी. इसी आरोप को लेकर अधिकारियों के सामने ही हनीप्रीत और विपश्यना में बहस हो गई.
बहस बढ़ती देखकर पूछताछ कर रहे एसआईटी अधिकारियों ने दोनों को चुप कराया. विपश्यना ने अधिकारियों से गोलमोल जवाब देते हुए कहा कि उसे सही तरह से याद नहीं कि वह ऐसी किसी बैठक में शामिल हुई थी.
विपश्यना ने कहा कि वह उस मीटिंग में आई ही नहीं थी. न ही उसे इस बारे में जानकारी है. उसे याद नहीं है, वह सोच कर बताएगी. उसने कहा कि वह डेरे में जरूर होती है, लेकिन इसके अलावा भी काफी काम होते हैं. यह सब कहकर वह चुप हो गई.
विपश्यना ने पुलिस के समक्ष सिर्फ मोबाइल फोन दिए जाने की बात को कबूल की. उसने कहा है कि हनीप्रीत ने उसे कोई लैपटॉप और डायरी नहीं सौंपी थी. जबकि हनीप्रीत इस बात पर अड़ी रही कि उसने सुनारिया जेल से लौटने के बाद अपना लैपटॉप, मोबाइल फोन और डायरी विपश्यना को सौंप दी थी.
विपश्यना ने उससे पूछे गए कई सवालों के गोलमोल जवाब दिए. उसने अधिकारियों से सारे जवाब देने के लिए कुछ समय दिए जाने की मांग भी की. पूछताछ के बाद पुलिस ने कोर्ट के आदेश पर हनीप्रीत को न्यायिक हिरासत में अंबाला जेल भेज दिया.
उधर, हरियाणा पुलिस ने साफ किया है कि वह अभी तक सिर्फ हनीप्रीत का मोबाइल फोन ही बरामद कर पाई है. उसका लैपटॉप और डायरी फिलहाल उसे नहीं मिली है. उनकी तलाश जारी है.