तमाम मेट्रो शहरों की तरह लुधियाना में सभी तरह की आधारभूत सुविधाएं हैं, जिसमें राष्ट्रीय स्तर के शॉपिंग मॉल, मूवी थिएटर, फाइव स्टार होटल शामिल हैं. इसके अलावा, शहर ने चौड़ा बाजार, गुड़ मंडी, दाल बाजार, केसरगंज जैसे पारंपरिक बाजारों को बचाकर रखा हुआ है, जिनके पास शहर के हर नागरिक के लिए कुछ न कुछ है.
शहर में प्रीमियम से लेकर हर तरह के ब्रांड उपलब्ध हैं. लुधियाना के एनआरआइ कल्चर ने भी यहां की अर्थव्यवस्था को आगे बढ़ाने में अहम भूमिका निभाई है. लुधियानवी अपनी पंजाबी संस्कृति को बचाए रखने में सफल रहे हैं, जो उन्हें घर जैसा एहसास करवाती है.
पिछले एक साल के दौरान लुधियाना में बहुत बड़े स्तर पर बदलाव आए हैं. शहर में कई नई फाइनेंस कंपनियां आई हैं, जिन्होंने लुधियाना के विकास को सींचने में अहम भूमिका निभाई है. लुधियाना में बनने वाला वेस्टर्न बाइपास फिरोजपुर रोड पर ट्रैफिक समस्या को दूर कर देगा. उप-मुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल की सोच का नतीजा यह प्रोजेक्ट करीब-करीब पूरा होने को है.
इसी तरह, सिधवां नहर पर बनने वाला एक्सप्रेस-वे इसको नेशनल हाइवे से जोड़ देगा, जो जल्द ही पूरा होने वाला है और राज्य के इन्फ्रास्ट्रक्चर सुधार में मील का पत्थर साबित हो सकता है. पिछले साल भर में हयात रीजेंसी और रेडिसन ब्लू जैसे फाइव स्टार होटल शहर में आए हैं.
भारती मॉल सहित नए शॉपिंग मॉल शहर के विभिन्न स्थानों पर अपने आउटलेट खोल रहे हैं. इस क्रम में लुधियाना के विकास की संभावनाओं से लाभ कमाने को कई अंतरराष्ट्रीय कंपनियां शहर में आ चुकी हैं.
लघु और मझोले स्तर के उद्योगों के जरिए शहर में नौकरियों की अपार संभावनाएं हैं. लुधियाना में प्रवासी मजदूरों की संख्या भी काफी ज्यादा है. युवाओं को नौकरियां देने के लिए कई कॉर्पोट घरानों ने शहर का रुख किया है. इंश्योरेंस सेक्टर, फाइनेंस कंपनियां और बैंकिंग शहर में तेजी से उभर रहे बिजनेस में से एक है.
युवाओं को अपना कारोबार चलाने के लिए फाइनेंस उपलब्ध करवाने की खातिर स्थानीय स्तर पर कई कंपनियों ने काम शुरू किया है. हौजरी और डाइंग यूनिटों में हो रही बढ़ोतरी ने स्माल स्केल ट्रेड और हौजरी इंडस्ट्री के लिए उपयुक्त माहौल बनाया है.
निकट भविष्य में कई इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट लुधियाना में आ रहे हैं. वाटर पाइपलाइन, सीवरेज सिस्टम, बाढ़ के पानी की निकासी के लिए व्यवस्था कुछ प्रमुख प्रोजेक्ट में शामिल हैं, जिसे लेकर स्थानीय निकाय विभाग गंभीर है और इस संबंध में विश्व बैंक से बातचीत जारी है.
लुधियाना में डाउन टाउन प्रोजेक्ट शहर में अंतरराष्ट्रीय कंपनियों और अपार्टमेंट्स के लिए कई अवसर पैदा करेगा, जिस पर राज्य सरकार विचार कर रही है. इस प्रोजेक्ट पर एक साल के भीतर काम शुरू होने की संभावना है.
शहर में उद्योगों के विकास में रुकावट के लिए कई चीजें जिम्मेदार हैं. इनमें बढ़ रहा प्रदूषण, ट्रैफिक, सरकार का रियायत न देना, कई तरह के लोकल टैक्स कुछ कारक हैं, जिन्होंने शहर के विकास में रुकावट डाली है.
लुधियाना में रेगुलर तौर पर घरेलू उड़ानें न होना भी औद्योगिक विकास में रुकावट बना है. लेकिन शहर में अपार संभावनाएं मौजूद हैं. राज्य प्रशासन खामियों को दूर करने की कोशिश में लगा है. ऐसे में शहर के ऊंची उड़ान भरने की कवायद जारी रहने वाली है.
शहर एक नजर
ताकतः औद्योगिक नगरी होने की वजह से अपार
संभावनाएं हैं. एनआरआइ सिटी होने की वजह से इन्वेस्टमेंट के ढेरों मौके
हैं. हौजरी का सबसे बड़ा बाजार है.
कमजोरीः सिंगल विंडो सिस्टम की कमी. प्रदूषण और ट्रैफिक जाम की समस्या.
संभावनाएं: विभिन्न साधनों से एकत्रित
400 क रोड़ रु. की लागत से शहर में इन्फ्रास्ट्रक्चर का विकास कि या जा रहा है.