
हरतालिका तीज को उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के कुछ भागों में तीजा भी कहा जाता है ये व्रत कुंवारी कन्याएं और महिलाएं रख सकती है. कुंवारी कन्याएं अच्छे पति को प्राप्त करने के लिए और विवाहित महिलाएं अपने पति की लंबी आयु के लिए ये व्रत रखती हैं.
हरतालिका तीज का व्रत करवाचौथ व्रत से भी अधिक कठिन माना जाता है. इसलिए जो महिलाएं पहली बार हरतालिका तीज का व्रत रख रही हैं उन्हें कुछबातों का विशेष ख्याल रखना चाहिए.
1- सुबह सूर्य निकले से पहले उठ जाएं और स्नान करके साफ वस्त्र धारण कर लें.
2- शाम माता पार्वती और शिवजी के पूजन की तैयारी करें.
3- दिनभर व्रत रखें, अपने स्वास्थ का ख्याल रखें, यदि कोई परेशानी है तो जल, फल, जूस, आवश्यक चीजें और दवाई लेते रहें.
4- हो सके तो हरतालिका तीज का पूजन अन्य महिलाओं के साथ मिलकर समूह में करें या किसी मंदिर में करें.
5-पूजन के लिए केले के पत्तों का प्रयोग कर मंडप बनाएं उसमें गौरी-शंकर की मूर्ति स्थापित करें.
6- सबसे पहले भगवान गणेश का पूजन करें.
7- माता पार्वती का पूजन करें, सुहाग की सामग्री अर्पित करें.
8- शिवजी का पूजन करें, वस्त्र अर्पित करें.
9-हरितालिका तीज की कथा सुनें.
10- माता पार्वती और शिवजी की आरती करें, मनोकामना पूर्ति की प्रार्थना करें.
11- रात में भजन, कीर्तन करते हुए जागरण करें.